उत्तराखंड: डॉक्टर्स ने की सफल सर्जरी, 66 साल की महिला के पेट से 3 गुना बड़ी किडनी निकाली
चमोली जिले में रहने वाली 66 वर्षीय बुजुर्ग महिला को पेट में दर्द की शिकायत रहती थी, जांच कराने पर पता चला कि उसकी किडनी सामान्य से तीन गुना ज्यादा बड़ी है। दून हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने सर्जरी कर महिला को नई जिंदगी दी...
Feb 5 2020 11:13AM, Writer:komal
डॉक्टर को धरती पर भगवान का रूप माना जाता है। मरीज जब हर तरफ से निराश हो जाता है, तो उसकी सारी उम्मीदें सिर्फ धरती के भगवान पर टिकी होती हैं। पहाड़ की बुजुर्ग महिला भी बड़ी उम्मीदें लेकर देहरादून आई थी। महिला की किडनी समान्य से तीन गुना बड़ी थी। किडनी ना निकाली जाती तो महिला की जान पर बन आती। दून हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने बुजुर्ग महिला को निराश नहीं किया और दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर सामान्य से तीन गुना बड़ी किडनी को शरीर से अलग कर दिया। इस तरह बुजुर्ग महिला को नई जिंदगी मिल गई। महिला की हालत में सुधार हो रहा है। 66 साल की महिला चमोली जिले के निलारी गांव की रहने वाली है। उसे पेट में दर्द की शिकायत रहती थी। महिला ने निजी अस्पताल में जांच कराई तो पता चला कि उसकी दाहिनी किडनी की सक्रियता सिर्फ 4 प्रतिशत बची है। पथरी की वजह से किडनी की नली लंबे वक्त से बंद थी। जिस वजह से किडनी का आकार सामान्य से तीन गुना ज्यादा हो गया था। बुजुर्ग महिला के पेट की सर्जरी होनी थी। परिजन महिला को दून हॉस्पिटल लेकर आए। जहां वरिष्ठ लैपरोस्कोपिक सर्जन डॉ. अभय कुमार की अगुवाई में डॉक्टर्स की टीम ने दूरबीन विधि से महिला मरीज का सफल ऑपरेशन किया। डॉक्टर्स की टीम ने पेट में चार छोटे सुराग कर दूरबीन विधि से किडनी को पंचर कर शरीर से बाहर निकाला। दून मेडिकल कॉलेज में इस तरह की सर्जरी का ये पहला मामला है। एक किडनी से महिला अब सामान्य जीवन जी सकती है। सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. पुनीत त्यागी, डॉ. अतुल सिंह, डॉ. सुभा, डॉ. हेमा सक्सेना, डॉ. मनीषा आदि शामिल थे। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने ऑपरेशन करने वाली टीम को बधाई दी।
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