पहाड़ में एकता की मिसाल: ग्रामीणों ने मरीज के लिए बुलाया हेलीकॉप्टर..खुद जुटाए 2 लाख रुपये
शहर में भले ही सामाजिक सरोकार खत्म हो रहे हों, लेकिन पहाड़ के गांवों में अभी भी लोग मदद को तैयार रहते हैं।
Feb 8 2020 1:58PM, Writer:KOMAL NEGI
एयर एंबुलेंस सेवा...पिछले साल इस सेवा की शुरुआत के दावे हुए थे। कहा गया कि जल्द ही सेवा शुरू होगी। विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड में लोगों को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा। उनकी जान बचाई जाएगी, पर वादे जमीनी धरातल से कोसों दूर रहे। आज अगर पहाड़ में लोगों को एयर एंबुलेंस की सुविधा मिलती तो चमोली के रहने वाले प्रदीप सिंह के परिजनों को 2 लाख रुपये में हेलीकॉप्टर ना करना पड़ता। चमोली के घाट विकासखंड मे एक गांव है उस्तोली। 26 साल का प्रदीप सिंह इसी गांव में रहता है। बुधवार की रात वो घाट बाजार से खाना खाने के बाद अपने कमरे पर सोने जा रहा था। इसी दौरान प्रदीप सीढ़ियों से नीचे गिर गया। गंभीर चोट लगने की वजह से प्रदीप मौके से उठ नहीं पाया। पूरी रात कड़ाके की ठंड में बाहर ही पड़ा रहा। आगे पढ़िए।
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सुबह होने पर ग्रामीण उसे सीएचसी घाट लेकर गए। वहां पता चला कि चोट गंभीर है। डॉक्टरों ने प्रदीप को गोपेश्वर रेफर कर दिया। परिजन उसे गोपेश्वर ले गए तो वहां के डॉक्टरों ने भी इलाज से हाथ खड़े कर दिए। कहा कि हायर सेंटर लेकर जाओ। गोपेश्वर से ऋषिकेश पहुंचना आसान नहीं था। परिजनों ने विधायक से मदद की गुहार लगाई। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर करा दो, पर कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। बाद में परिजनों ने चमोली जिला प्रशासन से मदद मांगी। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर का खर्चा वो खुद दे देंगे, बस किसी तरह हेलीकॉप्टर मंगवा दें। जिला प्रशासन ने देहरादून से हेलीकॉप्टर मंगाया। जिसके बाद घायल को ऋषिकेश भेजा गया। प्रदीप को ऋषिकेश के आईडीपीएल हेलीपैड से एंबुलेंस के जरिए एम्स अस्पताल पहुंचाया गया। युवक के परिजनों ने बताया कि वो मदद के लिए शासन-प्रशासन से गुहार लगाते रहे, पर उनकी किसी ने नहीं सुनी। बाद में परिजनों और गांववालों ने आपसी सहयोग से 2 लाख रुपये में हेलीकॉप्टर मंगाकर घायल को ऋषिकेश पहुंचाया। डॉक्टरों ने घायल प्रदीप के सिर का ऑपरेशन करने की बात कही है।