वाह उत्तराखंड: अब खाइए कोदा से बने मोमो और स्प्रिंग रोल, बेमिसाल है स्वाद..देखिए वीडियो
पहाड़ी अनाजों को बाजार देने की जो कोशिश शुरू की थी, उसका असर दिखने लगा है। उत्तराखंड में जगह-जगह मंडुवे यानी कोदा के आटे Mandua Momos संग नए प्रयोग किए जा रहे हैं, मंडुवे के उत्पादों को अच्छा रेस्पांस मिल रहा है...वीडियो भी देखिए
Mar 17 2020 2:29PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ी अनाजों की बात ही अलग है। ये सेहत के साथ-साथ स्वाद के पैमाने पर भी खरे उतरते हैं। पौष्टिक गुणों से भरा एक ऐसा ही अनाज है मंडुवा। पहाड़ों में मंडुवे का आटा चाव से खाया जाता है, लेकिन जैसे-जैसे लोग शहर में बसने लगे, मंडुवा लोगों की थाली से गायब होता गया। अब मंडुवा एक बार फिर नए स्वरूप में, नई पहचान बना रहा है। लोग इसके गुणों को जानने लगे हैं। मंडुवे से नए-नए व्यंजन बनाए जा रहे हैं। पिछले महीने जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप परिवार सहित भारत आए थे, तो उन्हें शाही भोज में मंडुवे की रोटी परोसी गई थी। मंडुवे के व्यंजनों को प्रचलन में लाने का एक ऐसा ही प्रयास कोटद्वार में शुरू हुआ था। जहां केम्स इंस्टीट्यूट में मंडुवे के आटे से मोमोज Mandua Momos और स्प्रिंग रोल जैसे कई फूड आइटम्स बनाए गए। ये एक क्रांतिकारी आइडिया था, जिसे उत्तराखंड में कई जगह अपनाया गया। अब देहरादून से लेकर दूसरे कई टूरिस्ट स्पॉट्स में मंडुवे से बने मोमोज और स्प्रिंग रोल जैसे फूड आइटम्स मिलने लगे हैं। आगे देखिए कोदा मोमो की रेसिपी का वीडियो
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लोग मैदे के नुकसान जानते हैं और मंडुवे के फायदे भी। इसलिए मंडुवे से बने चाइनीज व्यंजनों Mandua Momos को लोगों का अच्छा रेस्पांस मिल रहा है। मार्केट में मंडुवे से बने लड्डू, बिस्किट्स और केक की धूम है। इनका सेवन डायबिटिज पेशेंट्स भी कर सकते हैं। कोटद्वार और आस-पास के क्षेत्रों में इस शानदार पहल का श्रेय केम्स इंस्टीट्यूट को जाता है। इंस्टीट्यूट में पहाड़ी अनाजों के साथ एक्सपेरिमेंट्स किए जा रहे हैं। यहां छात्रों को मंडुवे से फूट आइटम्स बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है। मंडुवे के प्रोडक्ट्स की मार्केट में अच्छी डिमांड है, लोग इन्हें पसंद कर रहे हैं। युवाओं के इस प्रयास से पहाड़ में मंडुवे की खेती को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे। अब देखिए वीडियो