उत्तराखंड को बर्बाद न कर दें ऐसे लोग..खिड़की तोड़कर क्वारेंटाइन सेंटर से भागे..सावधान रहें
अब सवाल ये ही खड़ा होता है कि क्या उत्तराखंड में बाहर से लौटे लोग क्वारेंटाइन अवधि का पालन कर रहे हैं? क्या ऐसे लोगों पर और ी ज्यादा सख्त होने की जरूरत नहीं ?
Apr 4 2020 11:57AM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड सरकार कोरोना से निपटने के इंतजामों में जुटी है। बाहर से आए लोग क्वारेंटाइन केंद्रों में रखे जा रहे हैं। यहां तक कि क्वारेंटाइन सेंटर में रखे जा रहे लोगों को चेतावनी भी दी जा रही है कि अगर संपत्ति को नुकसान पहुंचाया तो कड़ी कार्रवाई होगी और जुर्माना वसूला जाएगा। लेकिन बड़े अफसोस की बात है कि बात है कि लोग प्रशासन को सहयोग नहीं कर रहे। कहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम और पुलिस पर हमले हो रहे हैं तो कहीं लोग क्वारेंटाइन केंद्रों से फरार हो रहे हैं। उत्तराखंड के काशीपुर से सटे बाजपुर में भी यहीं हुआ। यहां आईआईएम के हॉस्टल में क्वारेंटाइन किए गए दो युवक कमरों की खिड़की तोड़कर भाग निकले। पुलिस की टीमें गायब युवकों को तलाश रही हैं। फिलहाल उनके बारे में कोई सूचना नहीं मिल पाई है। पूरा मामला क्या है ये भी आपको आगे बताते हैं।
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बताया जा रहा है कि बुधवार को पुलिस ने सड़क पर पैदल जा रहे एक युवक को पकड़ा था। युवक बिजनौर का रहने वाला था। उसने बताया कि वो काम के सिलसिले में काशीपुर आया है। जिसके बाद पुलिस ने उसे स्वास्थ्य विभाग की टीम के सुपुर्द कर दिया। इसी तरह हल्द्वानी के एक युवक को भी उत्तराखंड की सीमा में प्रवेश करते वक्त धरा गया था। दोनों युवको को आईआईएम के हॉस्टल में ठहराया गया था। इन्हें 14 दिन तक क्वारेंटाइन सेंटर में रहना था, लेकिन शुक्रवार सुबह साढ़े सात बजे दोनों युवक हॉस्टल के कमरे की खिड़की तोड़कर भाग गए। इस बात की खबर फैलते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। अब लोग क्वारेंटाइन सेंटर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। इस सेंटर में फिलहाल 17 लोगों को रखा गया है।
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फरार युवकों के खिलाफ आईटीआई थाने में तहरीर दी गई है। पुलिस ने दोनों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया।अब हमारे भी कुछ सवाल हैं।
आखिर क्यों ऐसे लोग लगातार नियमों को तोड़ते जा रहे हैं?
क्या ऐसे लोगों को दूसरों की जान की कोई फिक्र नहीं है?
क्या ऐसे लोग दूसरों की जान जोखिम मेंनहीं डाल रहे?
क्या ऐसे लोगों पर पुलिस की सख्ती की जरूरत नहीं?
क्या डंडे की भाषा ही समझेंगे ऐसे लोग?
क्या ऐसे लोगों से जुर्माना वसूला जाएगा?
आखिर क्यों ऐसे लोग प्यार की भाषा नहीं समझ रहे ?