उत्तराखंड में सामने आया ऐसा पहला केस, 9 महीने का बच्चा कोरोना पॉजिटिव..अलर्ट रहें
किसकी लापरवाही की कीमत मासूम बच्चों को चुकानी पड़ रही है? कोरोना के रेड जोन दून में 9 महीने के बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। उत्तराखंड में ये इस तरह का पहला केस है।
Apr 18 2020 5:11PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव केसेज के बीच देहरादून कोरोना का रेड जोन बनकर उभरा है। शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना के तीन पॉजिटिव केस आए, जिनमें से दो देहरादून से जुड़े हैं। देहरादून में 9 महीने के बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। जिसके बाद बच्चे को दून अस्पताल में एडमिट कराया गया है। उत्तराखंड में किसी बच्चे में कोरोना संक्रमण का ये पहला मामला है। माना जा रहा है कि बच्चे को कोरोना संक्रमण अपने पिता से मिला। खबर मिली है कि बच्चे के पिता जमात से लौटे हैं। पिता भी कोरोना पॉजिटिव हैं और उन्हें अस्पताल में आइसोलेट किया गया है। अब 9 महीने का बच्चा भी कोरोना पॉजिटिव मिला है। बच्चे का परिवार देहरादून की भगत सिंह कॉलोनी में रहता है। भगत सिंह कॉलोनी देहरादून का वही इलाका है, जहां जमात के लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। अब आगे पढ़ लीजिए
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भगत सिंह कॉलोनी क्षेत्र को बफर जोन घोषित कर हजारों लोगों को कम्युनिटी सर्विलांस पर रखा गया है।
भगत सिंह कॉलोनी में रह रहे एक जमाती के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उसकी पत्नी और बच्चे को सेंटर में क्वारेंटाइन किया गया था। दोनों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। शुक्रवार को जब रिपोर्ट आई तो स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
रिपोर्ट में बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। हालांकि बच्चे की मां की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
कोरोना वायरस के मामले में देहरादून को अति संवेदनशील स्थिति में लाने में तब्लीगी जमात के लोगों की आवाजाही बड़ी वजह साबित हुई। आगे भी पढ़िए
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उत्तराखंड में अब तक कोरोना संक्रमण के 40 केस आए हैं, जिनमें से 32 केस जमातियों और उनके परिजनों से जुड़े हैं। जमातियों की लापरवाही के चलते दून में कोरोना संक्रमण के कम्युनिटी स्प्रैड का खतरा बढ़ता जा रहा है। यहां अब तक कोरोना के 20 पॉजिटिव केस मिले हैं। ज्यादातर केस जमातियों से जुड़े हैं। इनकी लापरवाही के चलते मासूमों की जान भी खतरे में पड़ गई है। इतना कुछ होने के बावजूद जमात से लौटे लोग प्रशासन को अब भी सहयोग नहीं कर रहे। बात करें पूरे उत्तराखंड की तो यहां अब तक 1436 जमातियों को क्वारेंटाइन किया गया है। इनमें 513 जमाती बाहरी राज्यों से आए हैं और लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड में फंसे हैं, जबकि 923 जमाती उत्तराखंड के निवासी हैं। सभी जमाती देश के अलग-अलग राज्यों से जमात में हिस्सा लेकर उत्तराखंड लौटे हैं।