उत्तराखंड: लॉकडाउन में साइबर ठगों से सावधान, मैनेजर के खाते से उड़ाए 4.53 लाख रुपये
सायबर ठगों ने एक निजी कम्पनी मैनेजर के खाते से 4.53 लाख रुपये उड़ा दिए हैं। आशंका है कि नेट बैंकिंग के द्वारा इतनी बड़ी रकम दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर की गई है।
May 3 2020 8:27AM, Writer:अनुष्का
राज्य में साईबर ठगी के मामलों में काफी बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए आप भी सावधान हो जाएं। किसी भी अपरिचित व्यक्ति को अपने अकॉउंट की जानकारी भूल से भी न भेजें नहीं तो आपका भारी नुकसान हो सकता है। अभी हाल ही में साइबर जालसाजों ने रुड़की के कम्पनी मैनेजर के खाते से 4.53 लाख की बड़ी रकम उड़ा दी है। ऐसा माना जा रहा है कि यह रकम नेट बैंकिंग के जरिये खाते से निकाली गई है। राज्य में इससे पहले भी साइबर ठगी का मामला दर्ज हुआ है। देहरादून के आटा चक्की सप्लायर के साथ भी साइबर ठगों ने धोखाधड़ी की थी। उन्होंने आर्मी अफसर बन कर सप्लायर को फोन किया और पेटीएम की सारी डिटेल्स लेकर उसके अकाउंट से 98 हजार रुपये उड़ा लिए। साइबर ठगों के द्वारा धोखाधड़ी का यह ताजा मामला रुड़की से सामने आया है। आगे पढ़िए पूरी खबर..
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जानकारी के मुताबिक विनोद सिंह नेगी सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित अशोक नगर के निवासी हैं। वे एक प्राइवेट कंपनी में मैनेजर हैं। उनका तकरीबन 10 साल से गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के एक बैंक में खाता है। उन्होंने ने कुछ ही समय पहले खाते से जुड़ा हुआ मोबाइल नम्बर बदला था। साथ ही वे नेट बैंकिंग का भी प्रयोग करते थे। उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल को उनके बैंक खाते से 4.53 लाख की रकम साफ हो गई। मोबाइल पर खाते से रकम के विदड्रॉल का मैसेज आने पर उनको यह बात पता लगी। पीड़ित के बैंक जाने पर रकम निकासी की पुष्टि हुई। उन्होंने गंगनहर कोतवाली पुलिस में मामले की तहरीर दी है। उन्होंने आशंका जताई है कि नेट बैंकिंग के जरिए इतनी बड़ी रकम दूसरे खाते में भेजी गई है। पीड़ित मैनेजर की तहरीर के आधार पर अज्ञात आरोपी के ऊपर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि पुलिस द्वारा मामले की जांच-पड़ताल चल रही है।