उत्तराखंड: ग्रीन जोन चंपावत में एक ही झटके में 7 लोग कोरोना पॉजिटिव..सभी बाहर से लौटे थे
जिन 7 युवकों में कोरोना संक्रमण (Champawat coronavirus) की पुष्टि हुई है उनमें से 4 मुंबई से लौटे थे। दो युवक गुरुग्राम और एक युवक नोएडा से आया था। कोरोना पॉजिटिव मिले मरीजों की उम्र 22 से 47 साल के बीच है...आगे पढ़िए पूरी खबर
May 23 2020 12:56PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में शनिवार की सुबह होते ही बुरी खबरें मिलने का सिलसिला भी शुरू हो गया। शनिवार की सुबह कोरोना संक्रमण के 8 मामले सामने आए हैं। जिनमें से 7 मामले अकेले चंपावत जिले से जुड़े हैं। इस तरह अब चंपावत के लिए भी खतरे की घंटी बज गई है। चंपावत प्रदेश का वो जिला है, जो अब तक ग्रीन जोन में था। ये जिला कोरोना के कहर को मजबूती से रोके हुए था, लेकिन प्रवासियों के जिले में दाखिल होने के साथ ही अब इस जिले में भी कोरोना संक्रमण के केस मिलने लगे हैं। यहां पहली बार में ही कोरोना संक्रमण के 7 केस सामने आए। पहाड़ी जिलों में लगातार मिल रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। चंपावत में कोरोना संक्रमण के सभी मामले प्रवासियों से जुड़े हैं। यहां टनकपुर और बनबसा में 7 प्रवासी कोरोना पॉजिटिव मिले।
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कोरोना संक्रमण से अब तक सुरक्षित चंपावत जिले में एक साथ 7 कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग और अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। कोरोना पॉजिटिव मिले चार युवक 21 मई को मुबंई से लौटे थे, इन्हें पर्यटक आवास गृह टनकपुर में क्वारेंटीन किया गया था। सभी युवक चंपावत और लोहाघाट के रहने वाले हैं। इसके अलावा जिन अन्य 3 युवकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वो नोएडा और गुरुग्राम से लौटे थे। इन युवकों को बनबसा के क्वारेंटीन सेंटरों में रखा गया था। कोरोना पॉजिटिव मिले युवकों को इलाज के लिए एसटीएच हल्द्वानी भेजा जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव मिले मरीजों की उम्र 22 से 47 साल के बीच है। दुर्भाग्य से अब चंपावत भी कोरोना से अछूता नहीं रहा है। पूरे प्रदेश की बात करें तो यहां 11 जिले कोरोना प्रभावित हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 173 हो गई है। अब सिर्फ रुद्रप्रयाग जिला ही बचा है। यहां अब तक कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं मिला है। भगवान करे ये जिले कोरोना से ऐसे ही सुरक्षित रहें।