गढ़वाल में छोटी सी लापरवाही पड़ी भारी..क्वारेंटाइन सेंटर ही बना कोरोना का हॉटस्पॉट
इस जिले में जितने लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, वो सभी बाहरी राज्यों से लौटे हैं। इन्हें गांव के पास बने फेसेलिटी क्वारेंटीन सेंटर में ठहराया गया था...
May 27 2020 5:52PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में बाहर से लौटे प्रवासियों को जिन फेसेलिटी क्वारेंटीन में रखा जा रहा है, उन पर सवाल उठने लगे हैं। चमोली जिले में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए बने क्वारेंटीन सेंटर ही संक्रमण का जरिया बन रहे हैं। यहां क्वारेंटीन सेंटर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने की वजह से एक के बाद एक कई प्रवासी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए। गैरसैंण में अब तक दस कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। घाट ब्लॉक में चार और थराली में एक कोरोना पॉजिटिव मिला है। जितने लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, वो बाहरी राज्यों से लौटे हैं। इन्हें गांव के पास बने फेसेलिटी क्वारेंटीन सेंटर में रखा गया था। जहां इन लोगों ने अपने परिचितों से मुलाकात भी की थी। क्वारेंटीन सेंटरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। सब लोग आपस में घुल मिलकर रहे और अब नतीजा सबके सामने है। आगे पढ़िए
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गैरसैंण के बाद घाट और थराली में मिले कोरोना पॉजिटिव मरीज भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करने की वजह से इस बीमारी की चपेट में आए हैं। थराली में कोरोना पॉजिटिव मिला युवक गुरुग्राम से लौटा था। वो जिस युवक के साथ यहां आया था, वो भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसी तरह गैरसैंण के पज्याणा गांव में बने क्वारेंटीन सेंटर में रह रहे 16 लोगों में से 10 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं, 6 लोगों की रिपोर्ट आना बाकी है। पज्याणा प्राथमिक स्कूल कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है। चमोली में अब तक 18 हजार से ज्यादा प्रवासी लौटे हैं। सीएमओ केके सिंह ने कहा कि चमोली में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले चिंता का विषय है। गैरसैंण, कर्णप्रयाग और गोपेश्वर में कोरोना जांच के लिए टीम बढ़ाई जा रही है। बाहर से लौटे सभी प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिंग, मेडिकल चेकअप और ट्रैवल हिस्ट्री समेत पूरा रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।