उत्तराखंड में कोरोना संकट के बीच डेंगू का अलर्ट, हर जिले में चलेगा ये अभियान
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमें डेंगू-मलेरिया जैसी दूसरी संक्रामक बीमारियों से भी सतर्क रहना होगा। बरसात का मौसम आ गया है, इसलिए डेंगू से अपना बचाव करें...
Jun 26 2020 10:42PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना का कहर जारी है, लेकिन हमें बदलते मौसम में कोरोना के साथ-साथ मौसमी बीमारियों से भी बचकर रहना होगा। कोरोना संक्रमण के दौर में उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग लोगों को मौसमी बीमारियों के प्रति भी जागरूक कर रहा है। जुलाई में डेंगू-मलेरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। जैसे ही पहली और दूसरी बारिश होती है, डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियों के मामले सामने आने लगते हैं। स्वास्थ्य विभाग इन दोनों बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए कमर कस चुका है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने इस संबंध में आदेश जारी कर डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जरूरी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जून महीने से लेकर नवंबर तक का समय डेंगू वायरस संक्रमण के लिए अनुकूल रहता है। इस पर नियंत्रण के लिए जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए गए हैं।
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जिलों के जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्साधिकारियों से कहा गया है कि वो डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण के लिए ब्लॉक स्तर पर माइक्रो प्लान बनाएं। क्षेत्रों में नगर निगमों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाए, ताकि डेंगू के मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। डेंगू रोग पर नियंत्रण के लिए लार्वा निरोधात्मक कार्यवाही यानी सोर्स रिडक्शन कारगर समाधान है। डेंगू संवेदनशील जिलों में आशा कार्यकर्ता और नगर निगम के कर्मचारी सोर्स रिडक्शन के लिए अभियान चलाएं। स्वास्थ्य विभाग दूसरे विभागों जैसे नगर निगम, शिक्षा विभाग, ग्राम्य एवं शहरी विकास, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और जल संस्थान की मदद से डेंगू रोकथाम के लिए कारगर उपाय करे। डेंगू के उपचार और नियंत्रण के लिए भारत सरकार की गाइड लाइन फॉलो करें।
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जिलों के अस्पताल में डेंगू के लिए जारी गाइड लाइन के अनुसार अलग डेंगू आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जाएंगे। डेंगू आइसोलेशन वार्ड के लिए नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे। अस्पतालों को डेंगू पीड़ित गंभीर रोगियों को प्लेटलेट्स की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा डेंगू रोगियों की पहचान के लिए फीवर सर्वे कराने और जन जागरुकता अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए। शिक्षा विभाग भी ऑनलाइन क्लासेज के जरिए छात्रों और अभिभावकों को डेंगू से बचाव और इलाज संबंधी जानकारी मुहैया कराएगा। सभी सरकारी विभागों से कहा गया है कि डेंगू से बचने के लिए आसपास की सफाई पर ध्यान दें। पानी इकट्ठा न होने दें, जिससे मच्छर न पनप सकें।