image: Prisoner escaped from police van in Uttarakhand

उत्तराखंड: चलती गाड़ी से कूदकर फरार हुआ कैदी, सवालों के घेरे में पुलिस

नैनीताल जेल लाया जा रहा कैदी चलती गाड़ी से कूदकर भाग निकला। 23 जून को भी एक कैदी नैनीताल पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था...आगे पढ़िए पूरी खबर
Jul 9 2020 12:37PM, Writer:कोमल नेगी

नैनीताल पुलिस के दिन ठीक नहीं चल रहे। एक के बाद एक समस्याएं सामने आ रही हैं। एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक बीते 23 जून को नैनीताल पुलिस की कस्टडी से एक कैदी फरार हो गया था। खैर इस मामले में पुलिस किसी तरह फरार कैदी को दोबारा पकड़ने में कामयाब रही। जिस वजह से पुलिस की ज्यादा फजीहत नहीं हुई। लेकिन मंगलवार को एक और कैदी पुलिस कस्टडी से फरार हो गया। कैदी को पुलिसकर्मी नैनीताल जेल ला रहे थे, तभी कैदी चलती गाड़ी से कूदकर भाग निकला। इस घटना से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। फरार कैदी की तलाश में पुलिस जंगल की खाक छान रही है, लेकिन उसका अब तक सुराग नहीं लगा। कैदियों का इस तरह कस्टडी से भागना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है।

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फरार कैदी का नाम भागेश कुमार है। वो मुरादाबाद के नयागांव का रहने वाला है। भागेश कुमार के खिलाफ धारा 339/20, 363, 366 और पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज है। रिमांड के बाद पुलिस उसे काशीपुर से जिला कारागार नैनीताल ला रही थी। शाम करीब साढ़े पांच बजे वो काठगोदाम और ज्योलिकोट के बीच चलती गाड़ी से हथकड़ी के रस्से समेत कूदकर भाग गया। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त का रंग गेहुंआ और लंबाई पांच फीट 7 इंच है। उसने ग्रे कलर की टी-र्शट, नीले रंग की जींस और जूते पहने हुए हैं। अभियुक्त की तलाश के लिए क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है। फिलहाल उसके बारे में कोई सूचना नहीं मिली है। हालांकि पुलिस ने उसे जल्द पकड़ने का दावा किया। आगे भी पढ़िए इस बारे में कुछ खास बातें।

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नैनीताल पुलिस की कस्टडी से कैदी के भागने का ये पहला मामला नहीं है। अभी कुछ दिन पहले 23 जून को भी एक कैदी पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। इस कैदी की दोबारा गिरफ्तारी की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। दरअसल तल्लीताल थाना क्षेत्र में विचाराधीन बंदी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था। उसकी तलाश के लिए पुलिस 5 घंटे तक सर्च ऑपरेशन में जुटी रही। इसे पुलिस की अच्छी और कैदी की बुरी किस्मत ही कहेंगे कि कैदी फरार होने के बाद रूसी बाइपास पर गाड़ियों से लिफ्ट मांगने लगा। इस दौरान पुलिसकर्मी सर्च ऑपरेशन के लिए प्राइवेट गाड़ी से रूसी बाइपास से गुजर रहे थे, कि तभी कैदी ने पुलिसकर्मियों से ही लिफ्ट मांग ली और पकड़ा गया।


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