उत्तराखंड में सुरक्षित हैं लोग, क्राइम में 18 फीसदी गिरावट..देखिए NCRB की ताज़ा रिपोर्ट
एनसीआरबी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में पिछले एक साल में कुल अपराध के मामलों में 18 फीसदी से ज्यादा की महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई।
Oct 2 2020 4:45PM, Writer:Komal Negi
ये सच है कि उत्तराखंड में अपराध बढ़ रहे हैं। लोग खुद को असुरक्षित मानने लगे हैं, लेकिन फिर भी उत्तराखंड अपराध रोकने में अपने पड़ोसी राज्यों से बेहतर है। साल 2018 की तुलना में साल 2019 में उत्तराखंड में अपराध के कुल दर्ज मामलों में महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई। बुधवार को नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी ने अपनी लेटेस्ट रिपोर्ट जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में पिछले एक साल में कुल अपराध के मामलों में 18 फीसदी से ज्यादा की महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की गई। पड़ोसी राज्यों से उत्तराखंड की तुलना करें तो यहां दूसरे राज्यों की अपेक्षा क्राइम रेट काफी कम है। एनसीआरबी की लेटेस्ट रिपोर्ट क्या कहती है, ये भी जान लें। रिपोर्ट के अनुसार साल 2019 में उत्तराखंड में अपराध के कुल 28,268 केस दर्ज किए गए। जिनमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत दर्ज 12,081 मामले शामिल हैं। इसके अलावा विशेष और स्थानीय कानून (एसएलएल) के तहत 16,187 मामले दर्ज किए गए। इन आंकड़ों की तुलना साल 2018 के आंकड़ों से की जाए तो अपराध में 18 फीसदी की गिरावट आई है। साल 2018 में उत्तराखंड में अपराध के कुल 34,715 मामले रिपोर्ट हुए थे। आगे पढ़िए
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क्राइम रेट में गिरावट के मामले में उत्तराखंड का रिकॉर्ड अपने पड़ोसी राज्यों से काफी बेहतर है। एनसीआरबी की नई रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के अलावा उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर सहित दूसरे सभी उत्तरी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बेहतर प्रदर्शन किया। साल 2019 में उत्तराखंड में हुए अपराधों पर नजर डालें तो हिंसक मामलों में भी उत्तराखंड में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। साल 2018 में उत्तराखंड में हिंसक अपराधों से जुड़े 3,137 केस दर्ज किए गए थे। जबकि साल 2019 में 2,845 मामले सामने आए। इस तरह हिंसक अपराध के मामलों में 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई। हत्या के मामलों की बात करें तो एनसीआरबी के मुताबिक 2018 में हत्या की 211 घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि साल 2019 में ये आंकड़ा 199 रहा। इस तरह एनसीआरबी की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। अपराधों में कमी आई है।