देहरादून के अनुराग को बधाई, केबीसी में बने एक्सपर्ट एडवाइजर, अमिताभ ने की तारीफ
सोशल एक्टिविस्ट अनुराग को केबीसी शो में विशेषज्ञ के तौर पर बुलाया गया था। उन्होंने हॉट सीट पर बैठे प्रतियोगी की मदद की और इस तरह प्रतियोगी को 25 लाख रुपये की राशि जीता दी।
Oct 16 2020 8:30PM, Writer:Komal Negi
टीवी के पॉप्युलर शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में जाने का मौका भला कौन नहीं चाहता। हर कोई जिंदगी में एक बार सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रिन शेयर करने का मौका चाहता है। हाल में ये मौका मिला देहरादून के सोशल एक्टिविस्ट अनुराग चौहान को। अनुराग को समाज का सच्चा हीरो कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इनका एनजीओ ह्यूमन फॉर ह्यूमैनिटी समाजसेवा और महिला उत्थान के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम कर रहा है। कोरोना काल में अनुराग और उनके एनजीओ ने सैकड़ों गरीब परिवारों की मदद की। उनका पेट भरा। हाल में दून के रहने वाले 26 वर्षीय अनुराग चौहान केबीसी शो पर महानायक अमिताभ बच्चन के साथ स्क्रिन शेयर करते नजर आए। उन्हें इंडियन टेलीविजन गेम शो कौन बनेगा करोड़पति के 12वें सीजन में आमंत्रित किया गया था।
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अनुराग एक प्रतियोगी नहीं बल्कि विशेषज्ञ सलाहकार के तौर पर टीवी शो में दिखाई दिए। वो शो के 13वें एपिसोड में नजर आए। जिसे सोनी टीवी पर प्रसारित किया जा रहा है। शो के माध्यम से अनुराग ने बताया कि उनकी संस्था ह्यूमंस फॉर ह्यूमैनिटी महिलाओं को मेंस्ट्रुअल हाइजीन को लेकर जागरूक करती है। साथ ही गरीब महिलाओं को सैनेटरी पैड बनाने की ट्रेनिंग भी देती है। संस्था के माध्यम से गरीब लोगों को शिक्षित करने और मेंस्ट्रूअल हाइजीन के बारे में जागरूकता फैलाने की दिशा में काम किया जा रहा है। अनुराग देहरादून साहित्य महोत्सव का आयोजन भी करते हैं। अनुराग को केबीसी शो में विशेषज्ञ के तौर पर बुलाया गया था। उन्होंने हॉट सीट पर बैठे प्रतियोगी की मदद की और इस तरह प्रतियोगी को 25 लाख रुपये की राशि जीता दी। अनुराग ने केबीसी में विशेषज्ञ सलाहकार के तौर पर शामिल होने के अपने अनुभव को शानदार बताया।
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आपको बता दें कि देहरादून के रहने वाले 26 वर्षीय अनुराग चौहान एनजीओ ह्यूमंस फॉर ह्यूमैनिटी का संचालन करते हैं। कोविड के चलते लगे लॉकडाउन के दौरान उनकी संस्था ने 1800 से ज्यादा परिवारों का पेट भरा। उन्हें राशन किट उपलब्ध कराए। इस दौरान महिलाओं को ऑनलाइन माध्यम से सैनेटरी नैपकिन बनाने की ट्रेनिंग दी गई। गरीब महिलाओं को 25 हजार से ज्यादा सैनेटरी पैड बांटे गए। इस तरह जाने-माने सोशल एक्टिविस्ट अनुराग चौहान अपनी पॉजिटिव सोच से ना सिर्फ हजारों महिलाओं की जिंदगी बदल रहे हैं, बल्कि लोगों को मेंस्ट्रूअल हाइजीन को लेकर जागरूक करने का काम भी कर रहे हैं। अनुराग के इस काम को यूनाइटेड नेशन ने भी सराहा। साल 2016 में उन्हें यूनाइटेड नेशन की तरफ से कर्मवीर चक्र अवॉर्ड से नवाजा गया।