देहरादून में महकेंगे असम की चाय के बागान, सिलिगुड़ी से मंगाई गई पौधों की बड़ी खेप
देहरादून के चाय बागान अब विश्व भर में प्रसिद्ध आसाम की चाय से जल्द ही महकने वाले हैं। दून में 15 हजार असम प्रजाति की चाय की पौध मंगाई गई है और जल्द ही इनका रोपण किया जाएगा। आगे पढ़िए पूरी खबर-
Oct 21 2020 2:28PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में चाय का कितना क्रेज है यह तो सबको पता ही है। प्रदेश में चाय के प्रेमियों के लिए एक सुखद खबर सामने आ रही है। देहरादून में काफी लंबे समय से सूने पड़े चाय के बागानों में एक बार फिर से हरियाली दस्तक देने वाली है। देहरादून के चाय बागान अब विश्व भर में प्रसिद्ध आसाम की चाय से जल्द ही महकने वाले हैं। जी हां, पश्चिम बंगाल के आसाम की चाय जिसको पीने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। कहा जाता है कि चाय प्रेमियों को जीवन में एक बार तो आसाम की चाय पीने का अनुभव कर लेना चाहिए। अब उसी चाय की खुशबू देहरादून के बागानों में भी लोग महसूस कर पाएंगे। डीटीसी कंपनी की ओर से सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल से कुल 15 हजार असम प्रजाति की चाय की पौध मंगाई गई है और इसी के साथ कंपनी की ओर से टी बोर्ड ऑफ इंडिया से भी तकरीबन एक लाख चाय के पौधों की मांग की गई है। देहरादून की खुद की नर्सरी में भी कुल 30,000 पौधे उगाए जाने की तैयारियां की जा रही हैं।
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आखिरकार देहरादून में चाय के बागान एक बार फिर से जीवित एवं हरे-भरे हो जाएंगे। बता दें की दून के चाय बागान धीरे-धीरे खत्म होने की कगार पर पहुंच गए हैं। किसी जमाने में देहरादून की चाय भी देश और विदेश में काफी मशहूर हुआ करती थी और देहरादून के आरकेडिया क्षेत्र में चाय पत्ती बनाने की एक बेहद मशहूर फैक्ट्री भी हुआ करती थी। मगर फैक्ट्री बंद होने के बाद चाय के बागान भी धीरे-धीरे खत्म होते गए। मगर एक बार फिर से देहरादून में चाय के बागों को एक नया जीवन देने के लिए यह पहल की जा रही है। देहरादून के चाय बागानों में अलग-अलग किस्म के चाय की पौध लगाई जा रही हैं। यहां तक कि आसाम की चाय भी अब देहरादून में भी मिल सकेगी। डीटीसी इंडिया लिमिटेड ने देहरादून हरबंशवाला और आरकेडीया के चाय बागान को हरा-भरा करने की मुहिम शुरू की है। इसके लिए कंपनी की ओर से पश्चिम बंगाल के आसाम से विश्वप्रसिद्ध चाय की 15 हजार पौध मंगाएगी और उनका रोपण करेगी।
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आसाम की चाय के अलावा डीटीसी कंपनी टी बोर्ड ऑफ इंडिया से एक लाख चाय के पौधों के लिए भी बातचीत कर रही है और इस पर सोचविचार किया जा रहा है। इन सब के साथ ही कंपनी अपनी नर्सरी में खुद के 30 हजार चाय के पौधे भी तैयार कर रही है और जल्द ही इन्हें बागानों में रोपण कर लिया जाएगा। बता दें कि डीके सिंह जो कि डिटीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक हैं उनका कहना है कि उत्तराखंड के देहरादून में स्थित आरकेडिया और हरबंशवाला चाय बागानों का विस्तार करने जा रही है जिसके लिए असम प्रजाति के चाय की पौध मंगाई है। इससे भविष्य में चाय के उत्पादन में तेजी आएगी। कंपनी के इस प्रयास से देहरादून में चाय और हरियाली का विकास भी होगा।