उत्तराखंड: घर के पास खेल रही थी 2 साल की बच्ची.. पानी के गड्ढे में डूबने से मौत
2 साल की कृतिका की मौत को लोग भले ही हादसा कह रहे हों, लेकिन इसके लिए कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही भी जिम्मेदार है।
Nov 18 2020 8:23PM, Writer:Komal Negi
ऊधमसिंहनगर में घर के पास हुए जलभराव ने दो साल की मासूम की जान ले ली। पानी से भरे गड्ढे में डूबने की वजह से एक बच्ची की मौत हो गई। बच्ची की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा है। हादसा खटीमा क्षेत्र में हुआ। यहां शारदा सागर डैम के पास एक गांव है सिसैया बंधा। 10 दिन पहले यूपी सिंचाई विभाग द्वारा डैम को भरने के लिए पानी छोड़ा गया था। इसी दौरान डैम का पानी ओवरफ्लो होकर आबादी वाले क्षेत्र में फैल गया। जिससे गांव में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। जलभराव की वजह से लोग परेशान थे, लेकिन ये किसी ने नहीं सोचा था कि जलभराव किसी मासूम की जान ले लेगा, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा ही हुआ।
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इसी गांव में पिंटू कुमार का परिवार भी रहता है। बीते दिन उसकी दो साल की बेटी कृतिका घर के पास खेल रही थी। इसी दौरान वो अचानक पानी में डूब गई। परिजनों ने बच्ची को बचाने के लिए पानी में छलांग लगा दी। उसे जैसे-तैसे पानी से बाहर निकाला। बच्ची की हालत खराब थी। परिजन उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन बच्ची ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बच्ची के पिता पिंटू कुमार मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाते हैं। उनका एक बेटा है। बेटी की मौत से पिंटू कुमार का परिवार गमगीन है। गांव में भी मातम पसरा है।
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ग्रामीणों ने बताया कि डैम का पानी अक्सर ओवरफ्लो होकर गांव में पहुंच जाता है। जिससे गांव में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीण प्रशासन से इस बारे में कई बार शिकायत कर चुके हैं। समस्या से निजात दिलाने की मांग भी की, लेकिन प्रशासन ने नहीं सुनी। हर बार डैम में पानी भरते समय गांव में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। समस्या बेहद गंभीर है, लेकिन गरीब गांव वालों की परेशानी पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। प्रशासन ने अगर समस्या के समाधान के लिए जरूरी कदम उठाए होते, सुरक्षा के इंतजाम किए होते, तो मासूम कृतिका की जान नहीं जाती।