गढ़वाल: DM स्वाति ने ऑलवेदर और चार धाम रेल प्रोजेक्ट में पकड़ी बड़ी धांधली..3 प्लांट सीज
निरीक्षण के दौरान क्षेत्र में तीन रेडीमिक्स प्लांट यानी कंकरीट प्लांट मानकों के विरुद्ध संचालित होते पाए गए। डीएम ने इनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों प्लांट को मौके पर ही सीज कर दिया।
Dec 10 2020 12:53PM, Writer:Komal Negi
ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट। इस प्रोजेक्ट के तहत उत्तराखंड के चारधामों को आपस में जोड़ा जाना है। जगह-जगह सड़क निर्माण का काम चल रहा है, लेकिन इसके नाम पर धांधली भी खूब हो रही है। हाल में चमोली की डीएम स्वाति एस भदौरिया ने ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट में बड़ी धांधली पकड़ी। चमोली डीएम बदरीनाथ हाईवे पर चल रहे ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट का निरीक्षण करने पहुंचीं थीं। इस दौरान कालेश्वर के रेलवे क्षेत्र में चल रहे तीन रेडीमिक्स प्लांट यानी कंकरीट प्लांट मानकों के विरुद्ध संचालित होते पाए गए। डीएम ने इनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते हुए तीनों प्लांट को मौके पर ही सीज कर दिया। इसके अलावा दो प्लांट संचालकों को दो दिन में मानक पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में कोरोना वैक्सीन की तैयारी, पहले 1 लाख लोगों को लगेगा टीका..केन्द्र को भेजी लिस्ट
बुधवार को डीएम स्वाति एस भदौरिया ने चमोली से लेकर कर्णप्रयाग तक चल रहे ऑलवेदर रोड परियोजना और रेलवे कार्यों का औचक निरीक्षण किया। हाईवे के निरीक्षण के दौरान सोनला में रेडीमिक्स प्लांट मानकों के विरुद्ध संचालित होते मिला। जिसे मौके पर ही सीज करवा दिया गया। इसी तरह जिलासू और कालेश्वर में भी दो रेडीमिक्स प्लांट यानी बैचिंग प्लांट बिना अनुमति के संचालित हो रहे थे। डीएम ने इनके खिलाफ भी कार्रवाई की। दोनों प्लांट मौके पर ही सीज कर दिए गए। सीज किए गए प्लांट बिना पीसीबी की अनुमति के चल रहे थे। इसके अलावा पुरसाड़ी में एचएमटी प्लांट और देवलीबगड़ में क्रशर प्लांट संचालकों को भी दो दिन के भीतर मानक पूरे करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड के लिए आज की सबसे दुखद खबर...नहीं रहे मूर्धन्य लेखक मंगलेश डबराल
डीएम ने चमोली, बाजपुर, मैठाणा, नंदप्रयाग, कुहेड़, सोनला और कालेश्वर में ऑलवेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान चमोली चाड़े पर सड़क क्षतिग्रस्त मिली। जिस पर डीएम ने एनएच के अधिकारियों को दो दिन में सड़क की हालत सुधारने के निर्देश दिए। साथ ही बाजपुर और कुहेड़ में हिल कटिंग से बने भूस्खलन जोन का शीघ्र ट्रीटमेंट कराने को कहा। डीएम ने कहा कि नदी के किनारे सुरक्षा दीवार बनाई जाए। जिससे सड़क कटिंग के मलबे को नदी में जाने से रोका जा सके। हाईवे के अलावा डीएम ने कालेश्वर में रेलवे कार्यों का निरीक्षण भी किया। उन्होंने नंदप्रयाग में सड़क कटिंग के कार्य के चलते जिन लोगों की संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, उन्हें 20 दिसंबर तक मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।