उत्तराखंड में कोरोना के खात्मे की तैयारी, वैक्सीन के लिए बनेंगे 273 कोल्ड चेन सेंटर..जानिए खूबियां
फार्मास्यूटिकल कंपनी से अस्पतालों तक वैक्सीन की सुरक्षित पहुंच के लिए कोल्ड चेन की मजबूती पर फोकस किया जा रहा है। इसके लिए राज्य में 273 कोल्ड चेन सेंटर भी चिह्नित किए गए हैं।
Dec 15 2020 9:33AM, Writer:Komal Negi
कोरोना वायरस से बचाव के लिए बन रही वैक्सीन का अभी क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। उम्मीद है साल की शुरुआत में वैक्सीन बाजार में आ जाएगी। वैक्सीन अभी आई नहीं है, लेकिन केंद्र इसे हर राज्य में पहुंचाने को लेकर कार्य योजना तैयार कर रहा है। उत्तराखंड में भी हर क्षेत्र में कोरोना की वैक्सीन पहुंचाने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इसके तहत फार्मास्यूटिकल कंपनी से अस्पतालों तक वैक्सीन की सुरक्षित पहुंच के लिए कोल्ड चेन की मजबूती पर फोकस किया जा रहा है। राज्य में 273 कोल्ड चेन सेंटर भी चिह्नित किए गए हैं। जिनसे अस्पतालों और टीकाकरण बूथ तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। उत्तराखंड में पहले चरण में किन लोगों को कोरोना वैक्सीन लगेगी, ये भी पता चल गया है। केंद्र सरकार राज्य को पहले चरण में 20 लाख कोरोना वैक्सीन देने जा रही है। जो लोग कोरोना के खिलाफ फ्रंट लाइन में सेवाएं दे रहे हैं, सबसे पहले उन्हें वैक्सीन लगेगी। जनवरी की शुरुआत से टीकाकरण की उम्मीद है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार वैक्सीन रखने के लिए देहरादून में राज्य का सबसे बड़ा स्टोर बनाया जा रहा है। इस सेंटर में लाखों की संख्या में वैक्सीन रखने की क्षमता होगी। आगे पढ़िए
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देहरादून के बाद ऊधमसिंहनगर, अल्मोड़ा और श्रीनगर में भी ऐसे ही तीन बड़े रीजनल सेंटर बनाए जाएंगे। फार्मा कंपनी से लेकर लोगों तक वैक्सीन छह चरणों में पहुंचाई जाएगी। वैक्सीन फार्मा कांपनी की यूनिट से हवाई जहाज के जरिए प्राइमरी स्टोर तक पहुंचेगी। जहां से इसे रेफ्रिजरेटर वैन के जरिए स्टोर तक लाया जाएगा। कोल्ड चेन की मजबूती के लिए केंद्र की तरफ से राज्य को 187 आईएलआर और 27 डीप फ्रीजर दिए जा रहे हैं। कोरोना टीकाकरण के लिए चुनाव की तरह मशीनरी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग क्षेत्रों में बूथ बनाए जाएंगे। एक बूथ में 100 लोगों का वैक्सीनेशन होगा। टीकाकरण को लेकर सभी तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जाएगा। वैक्सीन मिलते ही टीकाकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा।