पहाड़ का बेमिसाल किसान, खेत में उगाया 18 फीट ऊंचा बथुवा..गिनीज बुक में दर्ज होगा नाम
लीलाधर जोशी के खेत में जो बथुआ हुआ है, उसके टॉप तक पहुंचने के लिए लोगों को सीढ़ी लगानी पड़ती है। पौधे की तस्वीरें सोशल मीडिया में छाई हुई हैं। पब्लिक इन्हें देख हैरान है।
Dec 15 2020 12:34PM, Writer:Komal Negi
हम में से हर कोई जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहता है। फेम हासिल करना चाहता है, इसके लिए लोग क्या कुछ नहीं करते। अब नैनीताल में ही देख लें, यहां एक किसान ने अनजाने में ही एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे देख लोग हैरान हैं। जिस किसान की हम बात कर रहे हैं, उनका नाम है लीलाधर जोशी। इन्होंने अपने घर में बथुए का पौधा लगाया था। जी हां वही बथुआ, जिसे सर्दियों में खूब चाव से खाया जाता है। कहीं इसकी सब्जी बनती है तो कहीं पराठे। चलिए अब खबर पर आते हैं, दरअसल लीलाधर जोशी के खेत में जो बथुआ हुआ है, उसके टॉप तक पहुंचने के लिए लोगों को सीढ़ी लगानी पड़ती है। ये पौधा है ही इतना विशाल। हम तो इसे पौधा नहीं बल्कि पेड़ ही कहेंगे। बथुए के पौधे की तस्वीरें सोशल मीडिया में छाई हुई हैं। पब्लिक इन्हें देख हैरान है। बथुए के पौधे की लंबाई आमतौर पर 2 से 3 फीट होती है, लेकिन लीलाधर जोशी के घर में उगने वाले बथुए का पौधा 18 फीट से ज्यादा ऊंचा हो गया है। लीलाधर जोशी बजूनियाहल्दू गांव में रहते हैं।
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पौधे की ऊंचाई लगातार बढ़ते देख वो भी हैरान रह गए। उन्होंने इस बात की सूचना उद्यान विभाग को दी। जिसके बाद उद्यान विभाग ने पौधे की नपाई और जांच कर सारी डिटेल गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भेजने की तैयारी कर ली है। लीलाधर भट्ट ने इस प्रकार के 7 पौधे लगाए हैं, जिसमें सबसे ज्यादा ऊंचे पौधे की लंबाई 18 फीट 3 इंच पाई गई। इससे पहले राजस्थान के किसान ने बथुए का सबसे ऊंचा पौधा उगाया था। जिसकी लंबाई 17 फीट थी। साग के तौर पर इस्तेमाल होने वाले बथुए को गुणों की खान माना जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम जेनोंपोडियम एल्बम है। इसकी पत्तियों में विटामिन ए की मात्रा सबसे ज्यादा पाई जाती है। इसके अलावा बथुआ में आयरन, विटामिन बी और, सी के अलावा खनिज लवण प्रचुर मात्रा में होते हैं। दांतों से जुड़ी समस्या, कब्ज, गठिया, लकवा जैसी कई स्वास्थ्य समस्याओं में इसके सेवन से लाभ मिलता है।