गढ़वाल: आर्मी भर्ती में आए थे 39708 युवा, सिर्फ 6776 हुए पास..सेना ने जताई चिंता
गौरवशाली सैन्य परंपरा के लिए मशहूर उत्तराखंड के युवा अब फिजिकल फिटनेस में पिछड़ रहे हैं। सेना के अधिकारियों ने भी युवाओं के घटते कद और सिकुड़ते सीने पर चिंता जताई।
Jan 4 2021 4:55PM, Writer:Komal Negi
अपना उत्तराखंड देवभूमि ही नहीं सैन्यभूमि भी है। देश की सेना का हर 100वां जवान इसी देवभूमि से जन्मा है। कहने को उत्तराखंड छोटा सा प्रदेश है, लेकिन इसका नाम हमेशा से सेना के गौरव से जुड़ा रहा। यहां के लोगों के लिए सेना एक जॉब ऑप्शन नहीं, बल्कि मिशन है। हर साल उत्तराखंड के करीब 9 हजार युवा सेना का हिस्सा बनते हैं। आज भी यहां के युवा उत्तराखंड की गौरवशाली परंपरा को निभा रहे हैं, लेकिन बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि अब गढ़वाल के युवा फिटनेस में पिछड़ रहे हैं। पहाड़ के युवा अपनी फिटनेस पर ध्यान नहीं दे रहे। हाल में कोटद्वार के विक्टोरिया क्रॉस गबर सिंह कैंप में 14 दिवसीय सेना भर्ती का आयोजन हुआ। जिसमें गढ़वाल के सात जिलों के युवाओं ने हिस्सा लिया। भर्ती में हजारों युवा शामिल हुए, लेकिन ज्यादातर फिटनेस टेस्ट में फिसड्डी साबित हुए। भर्ती होने के लिए 39708 युवा आए थे, जिनमें से सिर्फ 6776 युवा ही फिजिकल फिटनेस टेस्ट में पास हो सके। सीने की चौड़ाई कम होने और दौड़ में नहीं दौड़ पाने की वजह से 33032 युवाओं को भर्ती रैली से बाहर होना पड़ा। आगे पढ़िए
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आर्मी के अधिकारी भी गढ़वाल मंडल के युवकों के घटते कद और सिकुड़ते सीने पर चिंतित हैं। उनका कहना है कि फौज के लिए उत्तराखंड के युवकों को सबसे बेहतर माना जाता है, लेकिन यहां के युवा फिजिकल फिटनेस में बाहर हो रहे हैं, जो कि चिंता की बात है। आपको बता दें कि कोटद्वार में बीते 20 दिसंबर से 2 जनवरी तक गढ़वाल मंडल के पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, हरिद्वार और देहरादून की 57 तहसीलों के लिए भर्ती आयोजित की गई थी। भर्ती में 7 जिलों के 46376 युवकों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। जिनमें से 6668 युवक अनुपस्थित रहे। सिर्फ 39708 युवाओं ने ही भर्ती में प्रतिभाग किया। इनमें से भी सिर्फ 6776 युवा ही फिटनेस टेस्ट पास कर सके। सेना भर्ती अधिकारी कर्नल विनीत बाजपेयी ने कहा कि आजकल के युवा सेना में भर्ती तो होना चाहते हैं, लेकिन अपनी फिटनेस पर ध्यान नहीं देते। सेना भर्ती के लिए युवाओं को दौड़ के साथ अपनी लंबाई और सीने की चौड़ाई पर भी ध्यान देना चाहिए।