image: Abortion of a minor in the bathroom of Pithoragarh Hospital

उत्तराखंड: अस्पताल के बाथरूम में नाबालिग ने दिया बच्ची को जन्म..बदनामी के डर से दफनाया

पीड़ित किशोरी इस बारे में पूरी जानकारी नहीं दे रही है। बताया जा रहा है कि उसने ज्यादा पूछताछ करने पर खुदकुशी कर लेने की धमकी भी दी है। आगे जानिए पूरा मामला
Jan 8 2021 11:15AM, Writer:Komal Negi

पहाड़ की शांत वादियों को न जाने किसकी नजर लग गई है। बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं, उनके साथ दरिंदगी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पांच दिन पहले पिथौरागढ़ में भी एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने हर किसी को सन्न कर दिया। यहां किशोरी ने जिला अस्पताल के बाथरूम में बच्चे को जन्म दिया। बाद में किशोरी की मां नवजात को छिपाकर अपने साथ ले गई और उसे कहीं दफना दिया। कुछ दिन बाद किशोरी की फिर से तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे फिर जिला महिला अस्पताल ले गए। यहां डॉक्टरों ने किशोरी से पूछताछ की तो उसने सारी हकीकत बता दी। मामले का खुलासा होते ही अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। इस बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दी गई।

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जिसके बाद पुलिस ने परिजनों की निशानदेही पर नवजात के शव को गड्ढे से निकाला। बुधवार को नवजात के शव का पोस्टमार्टम हुआ। पीड़ित किशोरी इस बारे में जानकारी नहीं दे रही है। बताया जा रहा है कि उसने ज्यादा पूछताछ करने पर खुदकुशी कर लेने की धमकी भी दी है। पीड़ित किशोरी को फिलहाल बाल कल्याण समिति (सीडब्लूसी) के पास भेजा गया है। घटना कनालीछीना क्षेत्र की है। यहां 2 जनवरी को किशोरी अपनी मां के साथ जिला अस्पताल आई थी। उसे पेट में दर्द और प्राइवेट पार्ट में जलन की शिकायत थी। इमरजेंसी कक्ष में जांच के बाद डॉक्टरों ने नाबालिग का अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। थोड़ी देर अस्पताल में रुकने के बाद किशोरी बाथरूम गई तो उसने वहीं बेटी को जन्म दे दिया।

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इसके बाद बदनामी के डर से परिजन अस्पताल प्रबंधन को बताए बिना नवजात को अपने साथ ले गए। बाद में उसे कहीं दफना दिया। इस दौरान शिशु जिंदा था या मृत, इस बारे में पता नहीं चल सका है। दो दिन बाद किशोरी की तबीयत फिर बिगड़ गई, तब इस मामले का खुलासा हुआ। बताया जा रहा है कि अस्पताल में नाबालिग की उम्र 19 साल दर्ज कराई गई थी, जबकि शैक्षिक अभिलेखों में उसकी उम्र 17 साल कुछ माह मिली है। केस राजस्व पुलिस क्षेत्र का है, जिस वजह से कोतवाली पुलिस भी इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे रही। किशोरी को बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया गया है, मामले की जांच जारी है। देखना होगा कि आगे इस मामले में क्या होता है।


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