उत्तराखंड: पूर्व सीएम हरीश रावत का बयान..नहीं लड़ेंगे 2022 विधानसभा चुनाव
उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने घोषणा की है कि वे आने वाले 2022 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
Feb 4 2021 9:55AM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में चुनाव का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है। अगले साल उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पार्टियों के बीच खासा उत्साह नजर आ रहा है। बात करें कांग्रेस पार्टी की तो कांग्रेस पार्टी भी आगामी चुनावों को लेकर मैदान में उतर चुकी है। मगर इसी बीच कांग्रेस पार्टी और उत्तराखंड की तमाम पार्टियों को एक बड़ा झटका लगा है। उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने एक चौंका देने वाला बयान दिया है जिसके बाद उत्तराखंड के सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई है। हाल ही में पिथौरागढ़ के दौरे पर पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व सीएम और कांग्रेस के महासचिव हरीश रावत ने कहा है कि वे आने वाले 2022 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
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पूर्व सीएम ने चुनाव लड़ने की बजाय कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने की और चुनाव लड़वाने की कमान अपने हाथ में लेने को कहा है। इसी के साथ सीएम रावत ने कहा है कि चुनाव लड़कर पर वे सीट पर ही केंद्रित होना नहीं चाहते हैं। इससे बेहतर है कि वे फ्रंट फुट पर आकर कांग्रेस पार्टी को और अधिक मजबूती दें और उसका विस्तार करें। बता दें कि काफी समय से यह प्रश्न उठ रहा था कि आखिरकार कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव में किसको सीएम पद का उम्मीदवार घोषित करेगी। अब आखिरकार यह तो तय हो गया है कि हरदा आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे और उनकी सन्यास वाली बात आखिरकार सच साबित हुई। हरदा ने स्वयं यह कहा है कि कांग्रेस में आगामी चुनावों में सीएम के पद पर वे उम्मीदवार नहीं होंगे।
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दरअसल हाल ही में पूर्व सीएम हरीश रावत पिथौरागढ़ दौरे पर पहुंचे थे और उन्होंने कहा कि 2002 की तरह वे 2022 में भी फ्रंट फुट में रहकर कांग्रेस को चुनाव लड़वाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि वे आगामी 2022 विधानसभा के चुनाव में सीएम के पद पर नहीं खड़े होंगे। हरीश रावत ने बताया कि 2002 में और 2012 दोनों ही चुनाव में कांग्रेस को काफी लाभ मिला है और इसीलिए उन्होंने कहा कि वे एक सीट पर केंद्रित होने के बजाय चुनाव की कमान अपने पास रखना चाहते हैं ताकि उत्तराखंड राज्य में कांग्रेस बहुमत से वापस आ सके। इस के अलावा हरीश रावत पिथौरागढ़ के दौरे के दौरान कांग्रेस के 100 साल पुराने कार्यालय हुड़ेती पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस का 100 साल पहले का यह दफ्तर आजादी के आंदोलन का केंद्र बिंदु हुआ करता था और इसी दफ्तर से स्वतंत्रता की लड़ाई के साथ ही कुली बेगार आंदोलन के खिलाफ भी मोर्चा छेड़ा गया था।