गढ़वाल: ऑडल गांव में 7 साल की बच्ची की मौत..पूरे गांव का होगा कोरोना टेस्ट
बच्ची की मौत के लिए सिर्फ बुखार ही नहीं बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था भी जिम्मेदार हैं। जिस इलाके में ये घटना हुई वहां अस्पताल में न तो डॉक्टर है, न ही फार्मासिस्ट।
May 25 2021 4:19PM, Writer:कोमल नेगी
प्रदेश में कोरोना के केस कम होने लगे हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी लोग बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। गांवों में बुखार फैला हुआ है, बुखार से पीड़ित लोग तड़प-तड़प कर जान गंवा रहे हैं। ताजा मामला चमोली के थराली का है। यहां देवाल के ऑडल गांव में एक 7 साल की बच्ची की बुखार से मौत हो गई। बच्ची की मौत के लिए सिर्फ बुखार ही नहीं बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था भी जिम्मेदार है। जिस इलाके में ये घटना हुई वहां अस्पताल में न तो डॉक्टर है, न ही फार्मासिस्ट। इलाज के लिए लोगों को दूसरे गांव जाना पड़ता है। समय पर इलाज न मिलने से कई लोगों की रास्ते में ही मौत हो जाती है। ओडर गांव में रहने वाली 7 साल की मासूम के साथ भी यही हुआ। बच्ची को पिछले दो-तीन दिनों से बुखार आ रहा था। सोमवार को जब बच्ची की तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो परिजन मासूम को देवाल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लाए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही बच्ची ने दम तोड़ दिया था।
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डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। गांव वालों ने बताया कि ओडर गांव से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित स्वास्थ्य केंद्र पिछले 6 महीने से बंद पड़ा है। यहां तैनात फार्मासिस्ट का कोरोना से निधन हो गया था, तब से लेकर आज तक वहां न कोई डॉक्टर आया और न ही किसी फार्मासिस्ट की नियुक्ति की गई है। जिसके कारण ओडर गांव के लोगों को इलाज के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है। अगर अस्पताल में डॉक्टर होता तो बच्ची को समय पर इलाज मिल पाता, उसकी जान बच जाती, लेकिन ऐसा हो न सका। बच्ची के दो भाई-बहनों को भी बुखार और दस्त की शिकायत है। दोनों को थराली के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट कराया गया है। बच्चों की रैपिड एंटीजन कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हालांकि प्रशासन ने एहतियात के तौर पर पूरे गांव का कोरोना टेस्ट कराने के निर्देश दिए हैं।