देहरादून, ऋषिकेश, हल्द्वानी में प्रसन्न हुई ‘मां प्रकृति’, कर्फ्यू से शुद्ध हुई हवा..देखिए आंकड़े
कोविड कर्फ्यू में शुद्ध हुई प्रदेश की हवा। पिछले वर्ष लगे लॉकडाउन की तुलना में कोविड कर्फ्यू के दौरान ऋषिकेश और हल्द्वानी की हवा में ज्यादा शुद्धता दर्ज की गई है। जानिए प्रदेश के अन्य शहरों का प्रदूषण स्तर-
May 31 2021 3:57PM, Writer:Komal Negi
कोविड कर्फ्यू के कारण कुछ अच्छा भले ही ना हुआ हो मगर वातावरण में शुद्धता जरूर आई है। प्रदूषण में कमी के कारण और बरसात के कारण हवा की शुद्धता में काफी बढ़ोतरी हुई है। सड़कों पर वाहनों की आवाजाही कम हो गई है जिस कारण उत्तराखंड में हवा की शुद्धता में बढ़ोतरी हुई है जोकि पॉजिटिव संकेत हैं। मानवों के घर में कैद होने से प्रकृति सड़कों पर खुलेआम घूम रही है और खुलकर सांस ले पा रही है। उत्तराखंड के अधिकांश नगरों में कोविड कर्फ्यू के दौरान हवा काफी अधिक शुद्ध हो गई है। कर्फ्यू के कारण लोग अपने घरों के अंदर कैद हैं जिस वजह से वातावरण शुद्ध हो गया है और हवा में भी शुद्धि आई है। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि हल्द्वानी और ऋषिकेश में पिछले वर्ष लगे लॉकडाउन की तुलना में कोविड कर्फ्यू के दौरान हवा ज्यादा शुद्ध हुई है।
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हल्द्वानी और ऋषिकेश में वर्तमान में वातावरण काफी शुद्ध हो रखा है और कर्फ्यू के कारण हवा में भी शुद्धता दर्ज की गई है। पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष हवा कई गुना ज्यादा शुद्ध है। उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने रविवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स के आंकड़े जारी किए और इन आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष लॉकडाउन में मई के महीने में हल्द्वानी और ऋषिकेश का एयर क्वालिटी इंडेक्स 92-92 था जो इस साल 79 और 89 पाया गया है। मतलब यह है कि पिछले साल के मुकाबले इस वर्ष इन दोनों शहरों में हवा ज्यादा शुद्ध हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि लॉकडाउन में पिछले साल सब कुछ बंद था और इस वर्ष कोविड कर्फ्यू के दौरान सेवाएं खुली हुई हैं मगर उसके बावजूद भी पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष हवा में ज्यादा शुद्धि दर्ज की गई है।
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देहरादून और हरिद्वार में भी हवा में शुद्धता दर्ज की गई है और वातावरण भी साफ हुआ है। देहरादून में इस साल मार्च में एयर क्वालिटी इंडेक्स 237 था जबकि कर्फ्यू के दौरान मई में 101 दर्ज किया गया। वहीं हरिद्वार में मार्च में एयर क्वालिटी इंडेक्स 120 था जो मई में 101 दर्ज किया गया। काशीपुर में मार्च में एयर क्वालिटी इंडेक्स 114 था जो मई में 116 हो गया। रुद्रपुर में दोनों महीने 119 एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया गया। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पर्यावरण वैज्ञानिक डॉक्टर अंकुर कंसल ने बताया कि राज्य में बारिश ज्यादा होना एक्यूआई में सुधार की एक वजह हो सकती है मगर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के ऊपर कोविड कर्फ्यू का सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। पिछले वर्ष लगे लॉकडाउन की तुलना में कोविड कर्फ्यू के दौरान ऋषिकेश और हल्द्वानी की हवा में ज्यादा शुद्धता दर्ज की गई है।