उत्तराखंड: 1500 रुपये में क्लर्क ने बेच दिया ईमान, रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार
हरिद्वार के जिला अस्पताल में लिपिक को सिपाही से रिश्वत लेने के आरोप में सर्विलांस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। पढ़ें पूरी खबर-
Jun 23 2021 5:58PM, Writer:Komal Negi
हरिद्वार में रिश्वत का एक चौंका देने वाला सामने आया है। हरिद्वार के जिला अस्पताल में एक लिपिक को सिपाही से रिश्वत लेने के आरोप में सर्विलांस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। टीम ने कई घंटों तक उससे पूछताछ की। बता दें कि मेडिकल क्लेम से जुड़े दस्तावेजों पर हस्ताक्षर की एवज में लिपिक ने सिपाही से 1500 रूपए की रिश्वत मांगी थी। सर्विलांस टीम ने आरोपी को पकड़ कर उससे कड़ी पूछताछ शुरू कर दी है। सर्विलांस टीम द्वारा आरोपी के घर जाकर भी कड़ी पूछताछ और जांच-पड़ताल की गई। मंगलवार की शाम को आरोपी लिपिक को लेकर सर्विलांस टीम देहरादून रवाना हो गई है। अब पुलिस आरोपित के खिलाफ आगे की कानूनी कार्यवाही करेगी। चलिए आपको पूरे मामले की संक्षिप्त से जानकारी देते हैं। जिला पुलिस मुख्यालय के साइबर सेल में कार्यरत शक्ति गोसाईं को अपने परिवार के किसी सदस्य के मेडिकल क्लेम लेने के सिलसिले में अस्पताल में काम था।
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दरअसल अस्पताल में उनको दस्तावेज प्रमाणित करवाने थे। शक्ति गोसाईं अस्पताल में दस्तावेजों को प्रमाणित करवाने पहुंचे तो जिला अस्पताल में वरिष्ठ सहायक के तौर पर कार्यरत संजीव जोशी द्वारा मेडिकल क्लेम का 10 फीसदी कमीशन रिश्वत में मांगा। पुलिसकर्मी शक्ति गोसाईं के आगे और कोई चारा नहीं दिखते हुए उन्होंने लिपिक को 1500 रुपए दे दिए। मगर इस पूरी बात की शिकायत उन्होंने विजिलेंस से कर दी। जिसके बाद विजिलेंस टीम ने बीते मंगलवार को संजीव जोशी को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है और अब उससे सख्ती से पूछताछ की जा रही है। विजिलेंस टीम ने संदीप जोशी को एक कमरे में बंद कर घंटों तक उनसे पूछताछ की। तकरीबन 4 घंटे की जांच-पड़ताल के बाद संजीव जोशी को टीम अपने साथ देहरादून ले गई। यह पहली बार नहीं है कि आरोपी संजीव जोशी ने बिल पास करने की एवज में पैसों की मांग की हो। इससे पहले भी आरोपित मेडिकल का क्लेम लेने आए सरकारी अधिकारी, अफसरों से भी कमीशन लेता था।