पहाड़ के किमगैर गांव में बारिश का कहर, अतिवृष्टि से मकान ध्वस्त..11 लोग बेघर
बागेश्वर में अतिवृष्टि के कारण मकान ध्वस्त होने से दो परिवारों से 11 सदस्य बेघर। मलबे में दबने से 3 मवेशियों की हुई मौत। पढ़िए पूरी खबर-
Jul 13 2021 12:14PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में बरसात का सिलसिला तेज हो चला है। लगातार बरसात होने के कारण राज्य के कई जिलों में आपदा जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक हर जगह भारी बरसात हो रही है। पहाड़ी इलाकों पर हालात चिंताजनक बन रहे हैं। इसी बीच बागेश्वर से एक बुरी खबर सामने आई है बागेश्वर जिले में भी बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण कपकोट क्षेत्र में एक बड़ा हादसा हो गया। कपकोट क्षेत्र में हुई अतिवृष्टि से किमगैर गांव में एक मकान ध्वस्त हो गया जिसमें 3 मवेशी मलबे में दबकर मर गए हैं जबकि 6 लोग हादसे में बाल-बाल बचे हैं। मकान ध्वस्त होने के बाद परिवार के 6 सदस्यों ने पड़ोसियों के यहां शरण ली। बागेश्वर के खूना गांव के अंदर एक घर ध्वस्त गया है और 6 सदस्य बेघर हो गए हैं। घटना में दोनों परिवारों के 11 सदस्य बेघर हो गए हैं। खुशकिस्मती से उन सभी सदस्यों में से किसी को भी गहरी चोट नहीं आई और सभी बाल-बाल बच गए। सभी बेघर हुए लोगों ने अपने पड़ोसियों के घर में शरण ली है।
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बता देगी बागेश्वर में अतिवृष्टि से किमगैर निवासी लाल सिंह का मकान क्षतिग्रस्त हो गया है और मलबे में दबने से एक गाय, बछिया और दुधारू भैंस मर गई है। लाल सिंह के परिवार के लोग हादसे में बाल-बाल बचे हैं और प्रभावित परिवार के छह सदस्यों ने पड़ोसियों के घर में शरण ली है। खूना गांव के निवासी राजेंद्र का मकान भी बरसात की चपेट में आ गया और धवस्त हो गया। वहीं परिवार के 5 सदस्य घटना में बाल-बाल बचे हैं और उन्होंने भी पड़ोसियों के घर में शरण ली है। हादसे के बाद से दोनों गांव के अंदर हड़कंप मचा रखा है। वहीं जिला प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को मदद का आश्वासन दिया है और धनराशि का नियम अनुसार वितरण करने की कार्यवाही कर रहा है। आपको बता दें कि बागेश्वर में बरसात के कारण 8 ग्रामीण सड़कें पूरी तरह बंद हो रखी हैं। सात सड़कें बीते रविवार से बंद हैं जबकि एक सड़क सोमवार सुबह से बंद चल रही है। इसके अलावा सरयू नदी का जलस्तर बढ़ गया है। बागेश्वर की जिला पदाधिकारी शिखा सुयाल का कहना है कि बरसात को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है और सभी अधिकारी एवं कर्मचारियों को अपने स्थानों पर बने रहने के निर्देश जिलाधिकारी ने दे दिए हैं। इसी के साथ घटना की सूचना देने के लिए 24 घंटे कंट्रोल रूम में संचालित किए जा रहे हैं। बागेश्वर में दोनों पीड़ित परिवारों को जिला प्रशासन की ओर से मदद की जाएगी और उनको नियम अनुसार धनराशि भी वितरित की जा रही है।