टिहरी झील में उतरेगा सी प्लेन, आखिरकार मिल गया ग्रीन सिग्नल..जानिए प्रोजक्ट की खूबियां
टिहरी झील में जल्द ही एयरड्रोम की जगह चिन्हित की जाएगी। ये ऐसी जगह होगी जहां मोटर बोट के संचालन की अनुमति नहीं होगी। आगे जानिए सी प्लेन की खूबियां
Aug 11 2021 5:25PM, Writer:Komal Negi
देश की पहली सी प्लेन सेवा गुजरात में शुरू हो चुकी है। सब कुछ ठीक रहा तो जल्द ही टिहरी झील में भी सी प्लेन उड़ान भरते नजर आएंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने देश के 17 वाटर एयरोड्रोम में टिहरी झील को भी शामिल किया है। इसे क्षेत्रीय संपर्क योजना में भी जगह मिली है। इस तरह टिहरी झील में सी प्लेन उतरने का सपना जल्द ही साकार होने वाला है। माना जा रहा है कि जल्द ही यहां वाटर एयरड्रोम बनाने की कवायद शुरू हो जाएगी, हवाई सेवा शुरू करने के लिए टेंडर भी आमंत्रित किए जाएंगे। टिहरी झील को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के तौर पर डेवलप किया जा रहा है। केंद्र की मदद से यहां कई बड़ी परियोजनाएं चल रही हैं। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सरकार यहां सी प्लेन उतारने की योजना बना रही है। साल 2019 में यहां वाटर एयरड्रोम बनाने के लिए प्रदेश सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी के बीच करार हुआ था।
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अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इसे वाटर एयरड्रोम के रूप में चिन्हित कर लिया है। जल्द ही झील में एयरड्रोम की जगह चिन्हित की जाएगी। ये ऐसी जगह होगी जहां मोटर बोट के संचालन की अनुमति नहीं होगी। सुरक्षा मानकों के लिए इनलैंड वाटर वेसल पॉलिसी भी बनाई जानी है। यहां आपको सी प्लेन की खूबियां भी बताते हैं। सी प्लेन एक खास तरह का हवाई जहाज है, जिसे उड़ान भरने के लिए रनवे की जरूरत नहीं पड़ती। यह प्लेन पानी से टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकता है। पर्यटन गतिविधियों के अलावा रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। इन प्लोनों के संचालन से एक और बड़ा फायदा होगा। सी प्लेन संचालन शुरू होने से रनवे आदि के निर्माण में जो भारी भरकम खर्चा आता है, उससे बचा जा सकता है। सी प्लेन सेवा से राज्य के टूरिज्म के अलावा उड़ान योजना को भी फायदा पहुंचने की उम्मीद है।