देहरादून: गाड़ी चलाते वक्त फोन पर बात करने वालों पर कार्रवाई, पहले दिन 13 मोबाइल जब्त
गाड़ी जब्त होती तब भी युवाओं को शायद इतना झटका नहीं लगता, जितना झटका मोबाइल के जाने से लगा। ऐसा लगा मानों किसी ने फोन नहीं सांसें छीन ली हों।
Aug 12 2021 2:53PM, Writer:Komal Negi
परिवहन विभाग ने पहले ही कह दिया था कि जो लोग गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल पर बतियाते दिखेंगे, उनके मोबाइल जब्त होंगे, चालान भी कटेंगे। बुधवार से अभियान शुरू भी हो गया, लेकिन इसके बावजूद युवा गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल करते नजर आए। बस फिर क्या था ट्रैफिक पुलिस ने इन्हें धर लिया। क्या लड़के, क्या लड़कियां...किसी को छूट नहीं दी गई। पुलिस ने वाहन चालकों से उनका मोबाइल फोन ले लिया। अब गाड़ी जब्त होती तब भी शायद युवाओं को इतना झटका नहीं लगता, जितना झटका मोबाइल के जाने से लगा। ऐसा लगा मानों किसी ने मोबाइल नहीं सांसें छीन ली हों। युवा पुलिस के आगे गिड़गिड़ाने लगे, फोन वापस देने की मिन्नतें करने लगे। अगली बार ट्रैफिक रूल्स न तोड़ने की कसमें भी खाईं। बता दें कि देहरादून में मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के विपरीत बिना ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट, बिना हेलमेट के साथ ही ओवरलोडिंग, ओवर स्पीडिंग से गाड़ियां दौड़ा रहे लोगों के खिलाफ परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन ने नए सिरे से अभियान शुरू कर दिया है। आगे पढ़िए
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में 19 अगस्त से शुरू हो सकती है चार धाम यात्रा, मिल रहे हैं संकेत
अभियान के पहले दिन टीम ने 63 वाहन चालकों का चालान किया। इस दौरान कार और दो पहिया वाहन चला रहे 13 लोगों के मोबाइल भी 24 घंटे के लिए जब्त किए गए। मोबाइल जब्त होते ही कई युवा पुलिसकर्मियों के सामने गिड़गिड़ाते नजर आए। कुछ ने ऑनलाइन क्लास का बहाना भी दिया, लेकिन अधिकारियों ने एक न सुनी और सभी के मोबाइल 24 घंटे के लिए जब्त कर लिए। गाड़ी पर कानफोड़ू साइलेंसर लगाने वाले दो पहिया वाहन चालकों की भी खूब खबर ली गई। अभियान के दौरान दो बुलेट पकड़ी गईं, जिनमें मोडिफाइड साइलेंसर लगे थे। साइलेंसर से गोलियों की तड़तड़ाहट जैसी आवाज आ रही थी। तेज आवाज सुन अधिकारियों को अपने कान बंद करने पड़े। दोनों वाहनों को सीज कर चालकों पर जुर्माना लगाया गया। जांच के दौरान एक वाहन चालक ने भागने की कोशिश भी की, लेकिन मुस्तैद अधिकारियों ने उसे पकड़ लिया। बता दें कि परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन की मदद से दून में 12 दिन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करने वालों पर विशेष नजर रखी जाएगी।