image: 82 roads blocked in Uttarakhand due to heavy rains

फिलहाल उत्तराखंड की इन 82 सड़कों पर सफर करने से बचें, भूस्खलन का खतरा है

राज्य में वर्तमान समय में भारी बारिश की वजह से कुल 82 सड़कें बंद चल रही हैं..जिस कारण सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग रखी है और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Aug 30 2021 7:13PM, Writer:साक्षी बड़थ्वाल

उत्तराखंड में जगह-जगह पानी मुसीबत बनकर बरस रहा है। सभी जिलों से मूसलाधार वर्षा के कारण हो रही दिल दहला देने वाली त्रासदी की तस्वीरें सामने आ रही बता दें की राज्य में वर्तमान समय में भारी बरसात की वजह से कुल 82 सड़कें बंद चल रही हैं..जिस कारण सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग रखी है और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उधर, मौसम विभाग ने आज भी प्रदेश के सभी जनपदों के कुछ स्थानों में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है जिससे देखते हुए आज भी प्रदेश में येलो अलर्ट जारी किया गया है. और बहुत जरूरी नहीं होने पर ही पहाड़ की यात्रा करने की सलाह दी है अन्यथा यात्रा टालने में ही फायदा है आपको बता दें की राज्य आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 29 अगस्त शाम साढ़े पांच बजे तक प्रदेश में 82 छोटे-बड़े मार्ग बंद हैं जिस वजह से कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है साथ ही उनकी यात्राएं भी अवरुद्ध हो रखी हैं ..आगे पढ़िए

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वहीं अगर आप चार धाम मार्ग से पहाड़ी इलाकों का रुख कर रहे हैं तो बेहतर होगा कि कुछ दिनों के लिए आप इन मार्गों से न जाएं। इस समय चारधाम यात्रा मार्ग भूस्खलन और भूधंसाव के कारण बंद हैं। कुछ वैकल्पिक मार्ग खुले हैं, लेकिन इनमें भी यात्रा करना जोखिम भरा है। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक आफत की बारिश ने कोहराम मचाया है। जगह-जगह से तबाही की दिल दहला देने वाली तस्वीरें आ रही हैं। देहरादून की बात करें तो ऋषिकेश-देहरादून राज्य मार्ग रानीपोखरी पुल टूटने के कारण बंद है साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग-123 हरबर्टपुर-बड़कोट अलग-अलग तीन जगहों पर अवरुद्ध है वहीँ तमाम नदी-नाले अब भी उफान पर हैं। जिससे भू-कटाव और पुस्तों को नुकसान पहुंचा रहा है इसके अलावा चमोली जिले में 14 ग्रामीण मोटर मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध हैं. वही पौड़ी जिले में 2 मुख्य जिला मार्ग और 8 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद हैं, रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-107 भूस्खलन और मलबा आने के कारण तपोवन और मलेथा के बीच यातायात के लिए बंद है वैकल्पिक मार्ग के लिए टिहरी वाला रास्ता खुला है. लेकिन वो भी खतरे से खाली नहीं है।..आगे पढ़िए

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ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग पर तोताघाटी में भारी चट्टानों को हटाने का काम तेजी से चल रहा है। चार मशीनों से मलबा हटाने का काम चल रहा है। यहां दो स्थानों पर भारी मलबा आया है बता दें की NH-58 तोता घाटी के समीप मलबा आने की कारण अवरुद्ध है. वैकल्पिक मार्ग ऋषिकेश-कोटद्वार-पौड़ी-श्रीनगर होते हुए जा सकते हैं, राष्ट्रीय राजमार्ग 94 आगराखाल धरासू बिन्नू गांव में बाढ़ आने की वजह से रोका गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग 94 ऋषिकेश आगराखाल सामान्य स्थिति होने तक यातायात के लिए बंद रहेगा. इसके अलावा जिले में 7 अन्य ग्रामीण मोटर मार्ग भी अवरुद्ध हैं. बता दें कि बारिश के बाद गंगोत्री व बदरीनाथ राजमार्ग के अलावा कई ग्रामीण सड़कें बंद है. जिसकी वजह से आम लोगों की आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बागेश्वर जिले में 4 सड़कों पर आवाजाही बंद है. वहीं नैनीताल में 3 ग्रामीण मोटर मार्ग, अल्मोड़ा में 4 मुख्य जिला मार्ग, पिथौरागढ़ में 5 बोर्डर रोड और 11 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद है. चंपावत में टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग NH-09 स्वाला के पास भूस्खलन के चलते यातायात के लिए बंद किया गया है. इसके अलावा जिले में 4 सड़कें बंद हैं. बता दें की बीते दिन नैनीताल में भारी बारिश के कारण ज्योलिकोट में दो गांव के बीच सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है.पुलिस ने हाईवे बंद होने के कारण डायवर्जन प्लान भी जारी किया है साथ ही नैनीताल पुलिस ने जनता से अपील की है कि वह अति आवश्यक काम होने पर ही पहाड़ों को सफर करें. बारिश लोगों के लिए राहत नहीं, आफत लेकर आई। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जगह-जगह सड़कें बारिश के पानी में बह गईं। कई गांवों का एक-दूसरे से संपर्क टूट गया है, इन्हें फिलहाल राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं। क्योंकि मौसम विभाग ने आज 6 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है.


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