उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले BJP के लिए रेड सिग्नल, दिग्गजों में शुरू हो गई गुटबाज़ी?
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बाद अब कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने किया विधायक उमेश शर्मा काऊ का समर्थन, कांग्रेस पृष्ठभूमि के नेताओं की भाजपा में चल रही गुटबाजी कहीं भाजपा पर भारी न पड़ जाए।
Sep 9 2021 12:46PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
विधानसभा चुनाव से पहले उत्तराखंड भाजपा की मुसीबत बढ़ चुकी है। उत्तराखंड बीजेपी में गुटबाजी का मामला भविष्य में भाजपा के लिए संकट बन सकता है। भाजपा के एमएलए उमेश शर्मा काऊ विवाद मामले ने तूल पकड़ ली है। विधायक उमेश शर्मा काऊ विवाद में हरक सिंह रावत के बाद पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी सामने आ गए हैं और उन्होंने कहा है कि वे विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ में खड़े हैं। विधानसभा चुनाव बस कुछ ही महीने दूर हैं और भाजपा चुनाव की तैयारी करने की बजाय अपनी पार्टी की गुटबाजी झेल रही है। दरअसल एक कार्यक्रम में छोटे से विवाद के बाद से ही भाजपा में शामिल हुए कांग्रेस के नेताओं की अंदरूनी लड़ाई और खुन्नस खुलकर बाहर आ रही है। 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विधायक उमेश शर्मा काऊ के समर्थन में कांग्रेस का दामन छोड़ कर आए हरक सिंह रावत और सतपाल महाराज ने भी आवाज उठाई है। कांग्रेस पृष्ठभूमि से नाता रखने वाले नेताओं का आरोप है कि भाजपा के नेताओं ने आजतक उनको स्वीकार नहीं किया है और उनके एवं उनके समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है जो कि निंदनीय है। ऐसे में यह बात तूल पकड़ रही है कि कांग्रेस पृष्ठभूमि से नाता रखने वाले नेता भाजपा के अंदर अपना अलग गुट बनाकर बैठे हुए हैं। आगे पढ़िए
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कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए नेताओं की अंदरूनी लड़ाई खुलकर तब सामने आई जब हाल ही में रायपुर से विधायक उमेश शर्मा काऊ और धामी सरकार के मंत्री धन सिंह रावत के बीच में एक कार्यक्रम के बीच में विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि काऊ दूसरे दिन ही मंत्री धन सिंह रावत की शिकायत करने दिल्ली पहुंच गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वयं पुष्कर सिंह धामी को बीच में आना पड़ा और उन्होंने नाराज विधायक उमेश शर्मा काऊ और धन सिंह रावत से बात की। वहीं विधायक उमेश शर्मा काऊ के साथ हुई अभद्रता को देखते हुए हरक सिंह रावत के बाद सतपाल महाराज भी उनके समर्थन में आ चुके हैं। कई मौकों पर खुद की उपेक्षा का शिकार हो चुके सतपाल महाराज ने उमेश शर्मा काऊ के पक्ष में खड़े होने की बात कही है और उन्होंने कहा है कि उनकी बात सुनी जानी चाहिए उन्होंने काऊ को आश्वासन दिया है कि वे पार्टी फोरम में इस मुद्दे को उठाएंगे।