उत्तराखंड: जबरदस्त भूस्खलन की चपेट में आई गाड़ी, सूझबूझ से बची दो लोगों की जान
मूसलाधार बरसात के कारण अचानक ही सिलक्यारा नामक स्थान पर भूस्खलन हो गया जिसकी चपेट में एक गाड़ी आ गई। वाहन में मौजूद सवारियों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई।
Sep 14 2021 1:04PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
पहाड़ी रास्ते इन दिनों खतरे का सबब बने हुए हैं। पहाड़ी रास्तों पर सफर करना खतरे से खाली नहीं है। शायद ही कोई दिन गुजरता है जब उत्तराखंड से बरसात के कारण हुए हादसों की बुरी खबरें सामने नहीं आतीं। जगह-जगह पहाड़ दरक रहे हैं, लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। पहाड़ों पर वाहन चलाना इन दिनों खतरे को निमंत्रण देने जैसा है। ऐसा ही कुछ यमुनोत्री में भी हुआ। यमुनोत्री जाते समय सिलक्यारा नामक स्थान पर पहाड़ी पर जबरदस्त भूस्खलन हो गया और एक गाड़ी भूस्खलन की चपेट में आ गई। गनीमत यह रही कि वाहन चालक एवं अन्य व्यक्ति को ज्यादा चोट नहीं लगी और एक गंभीर हादसा टल गया। हादसे के बाद वाहन चालक समेत अन्य व्यक्ति ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। भूस्खलन की चपेट में आने से गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई है। हादसे के बाद लोगों ने तुरंत ही पुलिस को हादसे की सूचना दी। फिलहाल सड़क को खोले जाने का काम चल रहा है। बताते चलें कि गंगोत्री नेशनल हाईवे सुक्खी टॉक के पास अवरुद्ध हो रखा है और राष्ट्रीय राजमार्ग बड़कोट के पास मलबा हटाने का काम किया जा रहा है।
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यमुनोत्री सहित यमुना घाटी में आज सुबह से ही मूसलाधार बरसात हो रही है जिसके चलते गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुक्खी टॉप के पास मलबा व पत्थर आने के कारण मार्ग अवरुद्ध हो गया है। सिल्क्यारा ब्रह्मखाल के बीच में भी यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है। भूस्खलन के कारण यमुनोत्री हाईवे करीब ढाई घंटे बाधित रहा। जिस वजह से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा और वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। मौसम विभाग द्वारा आज गढ़वाल और कुमाऊं के कुछ इलाकों में बरसात के आसार जताए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार आज प्रदेश के नैनीताल, चंपावत, पिथौरागढ़, बागेश्वर और पौड़ी जनपदों में कहीं-कहीं तीव्र बौछार के साथ भारी बारिश होने की संभावना है जिसको देखते हुए मौसम विभाग ने इन जिलों में येलो अलर्ट जारी कर दिया है। हमारी भी आप सब से अपील है, बरसात के कारण पहाड़ों पर यात्रा करना खतरे से खाली नहीं है। आप भी बरसात में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। संबंधित जगह के मौसम का हाल जरूर लें। हो सके तो इस समय ट्रैवलिंग अवॉयड करें और सुरक्षित रहें।