रुद्रप्रयाग: मक्कूमठ की गुंजन को बधाई, बतौर ऑलराउंडर क्रिकेट टीम में सलेक्शन
गुंजन के पिता को क्रिकेट के लिए उनका जुनून बिल्कुल नहीं सुहाता था। वो उन्हें हमेशा रोकते रहे, लेकिन गुंजन ने पढ़ाई के साथ खेल की प्रैक्टिस जारी रखी।
Oct 29 2021 11:55AM, Writer:Komal Negi
रुद्रप्रयाग की होनहार क्रिकेटर गुंजन अब उत्तराखंड की महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलेंगी। अपने शानदार खेल की बदौलत गुंजन स्टेट की महिला क्रिकेट टीम में जगह बनाने में सफल रहीं। इस दिनों गुंजन पुणे में अभ्यास कर रही हैं। उनका पहला मैच जल्द ही मुंबई से होने वाला है। गुंजन की ये सफलता कई मायनों में खास है। वो रुद्रप्रयाग के दूरस्थ इलाके मक्कूमठ की रहने वाली हैं। पहाड़ के अंतिम छोर पर रहने वाली इस होनहार बिटिया ने उत्तराखंड की टीम में जगह पाकर साबित कर दिया कि अगर मन में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो बड़ी से बड़ी चुनौती से लड़ा जा सकता है। गुंजन हमेशा से क्रिकेट खेलना चाहती थीं, लेकिन इसके लिए घरवालों को मनाना आसान नहीं था। गुंजन के पिता को क्रिकेट के लिए उनका जुनून बिल्कुल नहीं सुहाता था। इसके बावजूद गुंजन क्रिकेट खेलती रहीं और आखिरकार बेटी की जिद के आगे पिता भी हार गए।
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गुंजन के पिता गोपाल भण्डारी वर्तमान में नागनाथ पोखरी में कोषाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। माता रोशनी देवी गृहणी हैं। तीन भाई-बहनों के परिवार में गुंजन सबसे छोटी हैं। फिलहाल गुंजन पुणे (महाराष्ट्र) में अभ्यास कर रही हैं। उन्हें बतौर ऑलराउंडर उत्तराखंड महिला क्रिकेट टीम में शामिल किया गया है। गुंजन बताती हैं कि उन्होंने क्रिकेट का सफर अपने गांव से ही शुरू किया था। गांव की लड़कियां क्रिकेट से दूर ही रहती थीं, ऐसे में गुंजन मोहल्ले के लड़कों के साथ खेला करती थी। परिवार वालों को ये कतई पसंद नहीं था। बाद में परिवार वाले उस पर पढ़ाई का दबाव बनाने लगे। तब गुंजन ने पढ़ाई पूरी की और फिर से क्रिकेट खेलने की जिद की। मजबूर होकर पिता को भी सहमति देनी पड़ी। गुंजन ने अगस्त्यमुनि से पढ़ाई करने के बाद गुप्तकाशी से फार्मेसी का डिप्लोमा लिया है। गुंजन देश के लिए क्रिकेट खेलना चाहती हैं। अपने इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने कदम आगे बढ़ा दिए हैं। अब हम उन्हें उत्तराखंड के लिए खेलते देखेंगे।