गढ़वाल का सपूत विक्रम नेगी, उसे भी घर आकर मनानी थी दिवाली..वो देश के लिए शहीद हुआ
कुछ जवान ऐसे भी थे जो आज हमारे बीच होते तो दिवाली का पावन पर्व मना रहे होते। इन्हीं में एक जवान थे शहीद विक्रम सिंह नेगी (Shaheed vikram singh negi)
Nov 3 2021 5:31PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
सीमा पर देश की सेवा करने वाले जवानों की वजह से ही आज आप और हम सुरक्षित हैं, अपने-अपने घरों में हम परिवार के साथ समय व्यक्त कर पा रहे हैं। उत्तराखंड के कितने ही वीर सपूत सीमा पर देश के लिए शहादत दे चुके हैं। कुछ जवान ऐसे भी थे जो आज हमारे बीच होते तो दिवाली का पावन पर्व मना रहे होते। इन्हीं में एक जवान थे शहीद विक्रम सिंह (Shaheed vikram singh negi)..टिहरी गढ़वाल के विमाण गांव का बेटा विक्रम। 14 अक्तूबर की रात जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकियों से मुठभेड़ में विक्रम सिंह शहीद हो गए थे। वर्तमान में वे सेना की 48 आरआर (राष्ट्रीय रायफल) रेजीमेंट में जम्मू-कश्मीर में ड्यूटी पर थे। राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी पुत्र साब सिंह नेगी अभी डेढ़ माह पहले ही ड्यूटी पर गए थे। 3 साल पहले उनकी शादी हुई थी। उन्होंने अपनी पत्नी और मां से बातचीत भी की थी और 22 अक्टूबर को गांव में आयोजित होने वाली पूजा में आने का वादा भी किया था। आगे पढ़िए
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देश के लिए हुए शहीद
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बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार की खुशियां मातम में बदल चुकी हैं। आखिर किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इतनी कम उम्र में राइफलमैन विक्रम सिंह इस दुनिया को अलविदा कह देंगे और अपने परिवार को रोते-बिलखते हुए छोड़ देंगे।
घर आने का वादा किया था
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अपने पति की शहीद होने की खबर सुनते ही उनकी पत्नी पार्वती बेहोशी की हालत में पहुंच गईं। शहीद की मां और बुजुर्ग दादी के आंसूं भी थम नहीं रहे हैं। आज विक्रम सिंह (Shaheed vikram singh negi) हमारे बीच होते तो शायद दिवाली की खुशियां अपने परिवार के साथ बांट रहे होते। जय हिंद