उत्तराखंड: हड़प्पा से लेकर मुगल काल तक, चंपावत के हार्दिक के पास है 80 देशों की करेंसी
हार्दिक (Champawat Hardik Tiwari 80 countries currency) ने अपने घर में पुराने कलेक्शन का एक छोटा सा म्यूजियम बना रखा है।
Nov 17 2021 9:23AM, Writer:कोमल नेगी
शौक बड़ी चीज है। किसी को कारों के कलेक्शन का शौक होता है, तो किसी को बाइक या फिर दूसरी अनोखी चीजों का, लेकिन पहाड़ के रहने वाले हार्दिक तिवारी (Champawat Hardik Tiwari 80 countries currency) का शौक कुछ अलग है। चंपावत के हार्दिक तिवारी को देश के साथ-साथ विदेशों की पुरानी करेंसी इकट्ठा करने का शौक है। उनके पास भारत समेत विश्व भर के 80 से ज्यादा देशों की करेंसी उपलब्ध है। हार्दिक ने अपने घर में पुराने कलेक्शन का एक छोटा सा म्यूजियम भी बना रखा है। आने वाली पीढ़ियों के लिए यह मुद्राओं का संग्रह किसी संग्रहालय से कम नहीं होगा। चंपावत के मुख्य बाजार में रहने वाले हार्दिक तिवारी 19 साल के हैं। वह दिल्ली यूनिवर्सिटी में बीकॉम सेकेंड ईयर के स्टूडेंट हैं। हार्दिक 12 साल की उम्र से ही पुराने भारतीय नोट और सिक्कों के साथ विदेशी करेंसी का कलेक्शन कर रहे हैं। इसकी शुरुआत के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। हार्दिक बताते हैं कि उनके पिता प्रकाश तिवारी का चंपावत में होटल है, वहां अक्सर विदेशी पर्यटक आते थे। इस दौरान हार्दिक उन्हें क्षेत्र के पर्यटक स्थलों पर घुमाने लेकर जाते थे। आगे पढ़िए
शानदार है कलेक्शन
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कई बार पर्यटक उन्हें खुश होकर अपने देश की करेंसी देते थे। जिसे हार्दिक सहेज कर रख देते थे। आज हार्दिक के पास अमेरिका, फ्रांस, इटली, जर्मनी, इंग्लैंड, कनाडा और साउथ अफ्रीका समेत 80 देशों की लाखों रुपये की करेंसी है। इसमें सबसे महंगी करेंसी कुवैत का दिनार है। उनके पास साल 1900 से 2021 तक की भारतीय मुद्रा का संकलन भी है। हार्दिक के पिता पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश तिवारी और माता कविता तिवारी ने भी बेटे के शौक को पूरा करने में पूरा सहयोग किया।
पुरानी चीजें सहेजने का शौक
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हार्दिक को प्राचीन वस्तुओं और धरोहरों के कलेक्शन का भी शौक है। उनके घर के म्यूजियम में अत्यंत प्राचीन ताम्रपत्र भी ( Champawat Hardik Tiwari 80 countries currency) रखा हुआ है। हार्दिक न सिर्फ दूसरे देशों की करेंसी कलेक्ट करते हैं, बल्कि उनके इतिहास के बारे में पूरी जानकारी भी रखते हैं। उन्हें ज्यादातर देशों की करेंसी के बारे में पूरा ज्ञान है। यही नहीं हार्दिक के पास विदेशी करेंसी के साथ मुगलकालीन व हड़प्पा सभ्यता के समय के सिक्के भी मौजूद हैं।