हादसे के बाद भी जिंदा थे जनरल बिपिन रावत, बताया था अपना नाम..बचाने वाले ने बताई आंखों देखी
CDS General bipin rawat को लेकर ये दावा किया है उस शख्स ने, जो बचाव और राहत दल में शामिल था। वो हादसे के बाद सबसे पहले मौके पर पहुंचा था।
Dec 9 2021 11:19AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
देश ने अपना सपूत एक भयानक चॉपर क्रैश में खो दिया। हर आंख नम है और उस पल की भयावहता का अंदाजा लगातार हर रूह कांप रही है। इतना भयानक हादसा? जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। क्या आप जानते हैं कि इस भयानक हादसे के बाद भी सीडीएस रावत जिंदा थे। यहां तक कि वो अपना नाम बता पाने में भी सक्षम थे। हिन्दुस्तान की खबर के मुताबिक ये दावा उस शख्स ने किया है, जो बचाव और राहत दल में मौजूद था। वो शख्स सबसे पहले हादसे की जगह पर पहुंचा था। उस शख्स का नाम है एन सी मुरली। इस बचावकर्मी ने बताया कि 'हमने दो लोगों को जिंदा बचाया था। उनमें से एक सीडीएस बिपिन रावत थे। शख्स ने दावा किया कि जनरल रावत ने धीमी आवाज में अपना नाम बताया। उनका निधन अस्पताल जाते वक्त रास्ते में हुआ। आगे पढ़िए
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बुरी तरह जल गए थे जनरल बिपिन रावत
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एन सी मुरली ने मीडिया को बताया कि वो उस वक्त हादसे में दूसरे बचाए गए शख्स को पहचान नहीं सके। मुरली ने कहा है कि जनरल रावत के शरीर निचले हिस्से से बुरी तरह जल गया था। उन्हें एक बेडशीट में लपेट कर एंबुलेंस में ले जाया गया था।
आखिरी दम तक उम्मीद नहीं टूटी
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ये सब कुछ बताया है कि एन सी मुरली ने, जो कि फायर सर्विस टीम में शामिल थे। उन्होंने बता कि मौके से बचावकर्मियों की टीम ने 12 शव बरामद किए थे। मौके से 2 लोगों को जिंदा बचाया गया था। दोनों ही लोग बहुत बुरी तरह से झुलसे हुए थे। जिंदा बचाए गए दूसरे शख्स की पहचान ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के तौर पर की गई थी।