उत्तराखंड में तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन, हर दूसरे संक्रमित में मिल रहे हैं लक्षण
स्वास्थ्य अधिकारियों का ये भी कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की तुलना में कम घातक साबित हो रहा है। अधिकतर लोग होम आइसोलेशन में रह कर ठीक हो रहे हैं।
Jan 18 2022 5:52PM, Writer:कोमल नेगी
चुनाव की तैयारियों के बीच प्रदेश में कोरोना के केस चार गुणा तेजी से बढ़ रहे हैं। चिंता वाली बात ये है कि प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मिले हर दूसरे शख्स में ओमिक्रॉन के लक्षण मिले हैं। यह खुलासा दून मेडिकल कॉलेज के कोविड सैंपलों की जीनोम सिक्वेसिंग रिपोर्ट में हुआ है। मेडिकल कॉलेज ने 159 सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग जांच की, जिसमें से 54 प्रतिशत सैंपलों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. तृप्ति बहुगुणा ने बताया कि पूरे प्रदेश से 2255 कोविड संक्रमित सैंपलों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दून मेडिकल कॉलेज की प्रयोगशाला को भेजा गया था। जिनमें से 159 सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग रिपोर्ट मिली है। इसमें 85 सैंपलों में ओमिक्रॉन वैरिएंट पाया गया। प्रदेश में जितने भी सैंपल कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं। उनमें लगभग 15 प्रतिशत सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग की जा रही है।
देहरादून में 49, पौड़ी में 06, हरिद्वार में 14, नैनीताल में 07, ऊधमसिंहनगर में 05, पिथौरागढ़ में 01 व अन्य 3 मामलों समेत कुल 85 सैंपलों में ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य अधिकारियों का ये भी कहना है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा की तुलना में कम घातक साबित हो रहा है। अधिकतर लोग होम आइसोलेशन में रह कर ठीक हो रहे हैं। जो लोग पहले से किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं, उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। ओमिक्रॉन से घबराने की बजाय सतर्क रहना जरूरी है। सभी लोग कोविड अनुरूप व्यवहार करें तो कोरोना को हराना मुश्किल नहीं है। बात करें पूरे प्रदेश की तो उत्तराखंड में सोमवार को 3295 नए कोरोना मामले सामने आए हैं। वहीं चार लोगों की मौत भी हुई है। पिछले 24 घंटे में 2067 मरीज स्वस्थ हुए हैं। वर्तमान में 18196 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 91.07 प्रतिशत और सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 8.42 प्रतिशत पहुंच गई है। सबसे ज्यादा संक्रमित देहरादून जिले में मिले हैं। यहां 987 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।