पीएम मोदी का ‘मिशन कश्मीर’...गली-गली में बहेगी राष्ट्रवाद की हवा !
Apr 4 2017 6:47PM, Writer:Riteish
कश्मीर पर एक फिर से पूरे देश का ध्यान जा रहा है। कश्मीर का युवा मुख्य धारा में शामिल होने के लिए बेताब है। केंद्र सरकार की तरफ से भी कोशिश की जा रही है कि घाटी में आतंक का माहौल खत्म हो। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जम्मू कश्मीर में एशिया की सबसे लंबी सड़क सुरंग का उद्घाटन किया था। इस मौके पर उन्होंने कश्मीर के युवाओं को विकास की परिभाषा समझाई। उन्होंने कहा था कि घाटी के कुछ भटके हुए युवा पत्थरबाजी करते हैं तो हम लोग उन्ही पत्थरों से विकास की नई राहें तैयार करते हैं। प्रधानमंत्री ने घाटी के युवाओं से कहा कि वो अलगाववाद और आतंक का रास्ता छोड़ कर देश की मुख्य धारा में शामिल हों। पीएम मोदी ने कहा था कि टूरिज्म और टेररिज्म में से किसी एक को चुनना होगा। प्रधानमंत्री की अपील का अशर घाटी के युवाओं पर दिखने लगा है। घाटी के युवा अब हिंसा और अलगाववाद से त्रस्त दिख रहे हैं। वो राष्ट्रवाद को महसूस करने लगे हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी की अपील का ही असर है कि घाटी के युवाओं में अचानक सेना में शामिल होने का जज्बा भर गया। बारामूला में आयोजित सेना की भर्ती में करीब 3 हजार युवा पंहुचे थे। आर्मी रिक्रूटमेंट रैली के डीडीजी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कश्मीर के युवाओं में सेना में भर्ती को लेकर भारी उत्साह और जोश देखने को मिल रहा है। घाटी के युवा अब अलगाववादी विचारधारा से बाहर निकल रहे हैं। खास बात ये है कि अलगाववादियों ने सेना में भर्ती का बहिष्कार किया था। उसके बाद भी युवाओं ने सेना के प्रति उत्साह दिखाया जो एक सुखद संकेत है। कश्मीर में सेना के अलग अलग पदों के लिए 19 हजार लोगों ने आवेदन किया है। इस से साफ हो रहा है कि घाटी के युवा अब अलगाववाद और बत्थरबाजी की राह छोड़ कर रोजगार की तरफ बढ़ रहे हैं।ये पीएम मोदी के विश्वास और अपील का असर है कि घाटी के युवा अब अलगाववादियों को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।