यूक्रेन में मौजूद उत्तराखंड के छात्रों ने बताए वहां के हालात, बताई वहां की हकीकत
रूस-यूक्रेन विवाद- मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए उत्तराखंड के छात्रों ने बताया वहां का आंखों देखा हाल
Feb 18 2022 9:22AM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
दो विश्वयुद्ध देख चुकी दुनिया आज फिर से भय में जी रही है। दुनिया की दो बड़ी महाशक्तियों अमेरिका और रूस में पिछले कुछ सालों से बढ़े तनाव का असर अब दिख रहा है। पूर्वी यूरोप के देश यूक्रेन की सीमा पर एक लाख 30 हजार रूसी सैनिक डेरा डाले हुए हैं। वहां तैनात तोप-लड़ाकू विमानों और जंग के अत्याधुनिक हथियारों की तस्वीरें पूरी दुनिया में चर्चा का कारण बनी हुई हैं। कभी भी जंग शुरू हो जाने के आसार जताए जा रहे हैं। लोगों को आशंका है कि अगर जंग छिड़ी तो तीसरे विश्व युद्ध की आशंका बन सकती है। इसी बीच उत्तराखंड के कई छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए हुए हैं और उन्होंने वहां के हालातों की जानकारी साझा की है। बता दें कि दोनों देशों के बीच बढ़ते हुए तनाव के चलते कई देश अपने-अपने नागरिकों को स्वदेश लौटने की बात कह चुके हैं। वहीं भारत ने भी यूक्रेन में रह रहे अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। उत्तराखंड के कई छात्र मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गए हुए हैं। रुद्रपुर से मेडिकल करने गए 5 छात्रों ने वहां के हालात बताए हैं। उनका कहना है कि यूक्रेन में सभी लोग सुरक्षित हैं और सभी तनावमुक्त हैं और किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं है.
उन्होंने स्वजनों को भी किसी प्रकार का तनाव ना लेने की बात कही है। उनका कहना है कि जितना इंटरनेट और मीडिया पर दिखाया जा रहा है उतना कुछ नहीं है। रशिया ने जो भी टैंक तैनात किए थे उनको शांतिपूर्वक वापस ले लिया गया है और फिलहाल माहौल शांतिपूर्ण है। यूक्रेन में फंसे रुद्रपुर के छात्रों को लेकर उनके परिजन भी बेहद चिंतित हैं। हालांकि वहां पर रुद्रपुर के छात्र सुरक्षित हैं और उनको किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। वहां की मेडिकल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे जावेद ने बताया है कि उनके साथ में रुद्रपुर के 7 छात्र हैं और इस पूरे मामले को लेकर कुछ ज्यादा ही तूल दिया जा रहा है। यूक्रेन के बॉर्डर पर रशिया के जो भी टैंक तैनात किए गए थे उनको वापस ले लिया गया है और लोग परेशान ना हों। यहां की स्थिति सामान्य है। बता दें कि भारत से पहले अमेरिका, ब्रिटेन जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा जैसे कई देश भी अपने नागरिकों से वापस लौटने की सलाह उनको दे चुके हैं। इसके अलावा कई देशों ने कीव में अपने दूतावासों को भी बंद कर दिया है।