देहरादून में बसंतोत्सव पर सजा फूलों का सतरंगी संसार, आप भी चले आइए..देखिए तस्वीरें
राजभवन में करीब 1 किलोमीटर के दायरे में फैली पुष्प प्रदर्शनी में विभिन्न प्रजातियों के फूलों की वाटिका को सजाया गया है। यहां आप लजीज पहाड़ी व्यंजनों का लुत्फ भी उठा सकते हैं।
Mar 9 2022 3:55PM, Writer:कोमल नेगी
देहरादून के राजभवन में एक बार फिर फूलों का सतरंगी संसार सज गया है। मंगलवार को राजभवन में दो दिवसीय बसंतोत्सव का आगाज हुआ। आयोजन का शुभारंभ राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने किया। प्रदेश में पुष्प उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हर वर्ष यह आयोजन किया जाता है। इस साल भी बड़ी संख्या में पुष्प उत्पादक इस आयोजन का हिस्सा बन रहे हैं। अलग-अलग वर्गों में पुष्प सज्जा और उत्पादन से जुड़ी प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जा रही हैं। कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड में ढाई सौ करोड़ रुपये के पुष्प कारोबार की संभावना है। उत्तराखंड में पुष्प उत्पादन आर्थिकी को मजबूत करने का बड़ा स्त्रोत हो सकता है। यह उत्सव आमजन को प्रकृति से जुड़ने का संदेश भी देता है। इस बार बसंतोत्सव का आयोजन लोकपर्व फूलदेई के साथ किया गया है। बसंतोत्सव के तहत राजभवन में शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय कलाकारों ने लोक नृत्य प्रस्तुत किए और प्रकृति को सहेजने का संदेश दिया। आगे देखिए तस्वीरें
Spring Festival Basantotsav at Dehradun Raj Bhavan
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बसंतोत्सव की विशेषताएं भी आपको बताते हैं। इस बार बसंतोत्सव में 12 श्रेणी और 51 उप श्रेणी में 1985 प्रतिभागी शामिल हैं। यहां 210 निजी व 24 राजकीय स्टाल लगे हैं। पॉटेड प्लांट श्रेणी में 18 व लूज फ्लावर श्रेणी में 58 प्रतिभागी शामिल हैं। कट फ्लावर की पारंपरिक प्रतियोगिता में 786 व गैर पारंपरिक श्रेणी में 201 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं। पेटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें 677 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
Spring Festival Basantotsav at Dehradun Raj Bhavan
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राजभवन में करीब 1 किलोमीटर के दायरे में फैली पुष्प प्रदर्शनी में विभिन्न प्रजातियों के फूलों की वाटिका को सजाया गया है। यहां फूड स्टॉल पर मिल रहे लजीज पहाड़ी व्यंजन भी बसंतोत्सव की सैर करने वालों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। मंगलवार को बसंतोत्सव में गोरखा राइफल के जवानों ने पारंपरिक खुखरी नृत्य पेश किया। साथ ही पारंपरिक परिधानों में सजे लोक कलाकारों ने भी शानदार प्रस्तुतियां दी। इस दौरान आईटीबीपी व पीएससी के बैंड आकर्षण का केंद्र रहे।