मोदी के निशाने पर देशभर के 60 हजार लोग … ‘ऑपरेशन क्लीन मनी’ से तहलका !
Apr 14 2017 5:20PM, Writer:मीत
एक बार फिर से मोदी तैयार हैं। बताया जा रहा है कि मोदी की टीम अब ऑपरेशन क्लीन मनी के आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुकी है। अब आयकर विभाग 60 हजार से ज्यादा लोगों के खातों की जांच करेगा। ये ऑपरेशन शुक्रवार से ही शुरू किया गया है। माना जा रहा है कि इस ऑपरेशन के चलते एक बार फिर से बड़ी मात्रा में काला धन सामने आ सकता है। इस ऑपरेशन का मुख्य मकसद नोटबंदी के बाद पैदा हुए काले धन का पता लगाना है। आपको बता दें कि ऑपरेशन क्लीन मनी के पहले फेज में नोटबंदी के दौरान संदिग्ध ट्रांजेक्शन करने वाले 18 लाख लोगों को नोटिस भेजा गया था। सरकार ने 18 लाख लोगों से सवाल पूछा था कि आखिर उनके खाते में ये रकम कहां से आई। इसके बाद कुछ लोगों ने इस बात की जानकारी भी दी थी। लेकिन कुछ ऐसे ढीठ लोग थे, जिन्होंने इस बात को हल्के में ले लिया।
ऐसे लोगों के खिलाफ अब सरकार अपना अगला अभियान चलाने जा रही है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड यानी CBDT ने इस बीच बताया है कि उनकी टीम ने पिछले साल 9 नवंबर से इस साल की 28 फरवरी तक 9,332 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता लगाया है। CBDT का कहना है कि 60 हजार से ज्यादा लोगों की जांच में पहचान हो चुकी है। खास बात ये है कि इनमें 1300 हाई रिस्क वाले लोग भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि नोटबंदी के दौरान जिन लोगों ने कैश में बड़े लेन-देन किए हैं, उन पर आयकर विभाग की नजर है। बताया जा रहा है कि देश में हाइ वैल्यू प्रॉपर्टी खरीद के ऐसे 6000 मामले हैं। इसके अलावा विदेश के शेयर बाजार में रुपया लगाने वाले 6,600 मामलों की भी बारीकी से जांच-पड़ताल चल रही है। आयकर विभाग का कहना है कि अगर जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया तो बड़े लेवल पर पूछताछ की जाएगी।
इस बीच एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि आधुनिक डेटा विश्लेषण का इस्तेमाल करते हुए संदिग्ध कैश डिपोजिट का पता लगाया है। आपको बता दें कि इसी साल 31 जनवरी को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 'ऑपरेशन क्लीन मनी' शुरू किया था। इस ऑपरशेन के तहत 17.92 लाख लोगों को ऑनलाइन नोटिस भेजा गया, इनमें से 9.46 लाख लोगों ने विभाग के सवालों का जवाब दिया है। कहा जा सकता है कि देश की अर्थव्यवस्था को और ज्यादा मजबूत करने और काले धन के कुबेरों पर सही वार करने लिए पीएम मोदी लगातार काम करते जा रहे हैं। इस बीच माना जा रहा है कि इस कार्रवाई से भी देश में हजारों करोड़ की कीमत का रुपया वापस आ सकता है। सरकार का कहना है कि ये तो अभी सिर्फ शुरुआत है और आने वाले वक्त में इससे भी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया जा सकता है। देखना है कि आगे सरकार क्या बड़ी कार्रवाई करती है।