विजय माल्या के बाद इनका नंबर...कोई नहीं बचेगा मोदी के रडार से !
Apr 18 2017 8:02PM, Writer:shan
भारत के बैंकों के लगभग 9 हजार करोड़ रूपये लेकर फरार होने वाले माल्या की गिरफ्तारी अपने आप में बहुत बड़ी खबर थी। भारत सरकार लगातार माल्या प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है। ब्रिटेन के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि के मुताबिक माल्या को गिरफ्तार तो कर लिया गया लेकिन उसके तीन घंटे के अंदर ही उन्हे जमानत भी मिल गई। जमानत मिलने के बाद माल्या ने ट्वीट करके कहा कि मीडिया ने उनकी गिरफ्तारी का हौवा बना लिया था। ये एक सामान्य पूछताछ प्रक्रिया थी। अब सोशल मीडिया पर ये कहा जा रहा है कि पीएम मोदी से कोई नहीं बच पाएगा। विजय माल्या के बाद अगला नंबर किसका होगा इसको लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि अगला नंबर ललित मोदी का हो सकता है। जो भारतीय कानून से बचने के लिए विदेश में छुपे बैठे हैं।
ललित मोदी और माल्या का केस लगभग एक जैसा है। दोनो ही भारत से फरार हैं। दोनों को लेकर जोरदार सियासत देखने को मिली। देश के दो बड़े सियासी दल कांग्रेस और बीजेपी ने एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए थे। ऐसे में अब ये कहा जा रहा है कि माल्या के बाद ललित मोदी का नंबर हो सकता है। ललित मोदी के खिलाफ भी जल्द ही शिकंजा कसा जाएगा। जिस तरह से माल्या पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। उसी तरह से ललित मोदी के खिलाफ भी कई गंभीर आरोप लगे हैं। दोनों का मामला लगभग एक जैसा है। ललित मोदी पर आईपीएल में भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। दोनों ही के खिलाफ आर्थिक अपराध के मामले भी चल रहे हैं। बता दें कि 2010 से आज तक ललित मोदी के खिलाफ इंटरपोल से रेड कॉर्नर नोटिस जारी नहीं हो पाया है।
इसके लिए ईडी और इंटरपोल के बीच कई बार बैठक हो चुकी है। बता दें कि रेड कॉर्नर नोटिस इसलिए जारी होता है जिस से किसी भी देश में आरोपी व्यक्ति की लोकेशन का पता लगा कर उसे गिरफ्तार किया जा सके। अगर इस नोटिस के तहत गिरफ्तारी होती है तो आरोपी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू होती है। गौर करने वाली बात ये है कि जिस तरह से विजय माल्या को लेकर देश में सियासत होती है उसी तरह से ललित मोदी को लेकर भी सियासी हमले किए जाते रहे हैं। ललित की मदद करने के आरोप में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी घेरे में आ गई थी। फिलहाल पीएम मोदी और सरकार जिस तरह से काम कर रही है उस से तो यही लगता है कि अगला नंबर ललित मोदी का हो सकता है। केंद्र सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।