रुद्रप्रयाग: कुंड से चोपता-गोपेश्वर जाने वाले ध्यान दें, 5 दिन से बंद पड़ी है सड़क
कुंड-चोपता-गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांच दिन बाद भी ट्रैफिक सुचारू नहीं हो पाया है। रोड बंद होने से यात्री परेशान हैं। गांवों में जरूरी सामान की सप्लाई ठप हो गई है।
May 17 2022 6:08PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
खराब मौसम चारधाम यात्रियों और प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा रहा है।
Kund to Chopta-Gopeshwar road closed
यात्रियों की भीड़ बढ़ने के साथ ही प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम दम तोड़ने लगे हैं। उस पर भूस्खलन के चलते परेशानी और बढ़ी है। रुद्रप्रयाग में 12 मई को कुंड-चोपता-गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर संसारी-जैबरी के बीच चट्टान खिसकने से यातायात बाधित हो गया था। पांच दिन बाद भी इस रोड पर ट्रैफिक सुचारू नहीं हो पाया है। रोड बंद होने से तीर्थाटन और पर्यटन व्यवसाय खासा प्रभावित हो रहा है। कुंड-चोपता-गोपेश्वर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांच दिन बाद भी ट्रैफिक बहाल नहीं हो सका। इसके कई साइड इफेक्ट देखने को मिल रहे हैं। गाड़ियों की आवाजाही बंद होने से ग्रामीण इलाकों में जरूरी सामान की किल्लत हो गई है। सप्लाई ठप होने से रोजमर्रा के सामान की कीमतों में उछाल आ गया है। केदारनाथ से बदरीनाथ जाने वाले तीर्थ यात्री विद्यापीठ के चुन्नी बैंड से आवागमन कर रहे हैं। सफर जैसे-तैसे हो ही रहा है, लेकिन इस मोटरमार्ग पर डामरीकरण नहीं हुआ है। ऐसे में तीर्थ यात्रियों को यात्रा के दौरान तकलीफ उठानी पड़ रही है।
स्थानीय जनता का कहना है कि अगर तोड़ी डोली-काकडागाड़ मोटरमार्ग का निर्माण कार्य समय से किया जाता तो क्षेत्रवासियों के साथ ही देश-विदेश के तीर्थ यात्रियों को इतनी बड़ी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। कुंड-चोपता राष्ट्रीय राजमार्ग पर संसारी-जैबरी के मध्य मोटर मार्ग बाधित है, यहां यातायात बहाल करने का निर्माण कार्य कछुआ गति से होने के कारण स्थानीय जनता में विभाग के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है। 12 मई को संसारी-जैबरी के बीच चट्टान खिसकने से रोड ब्लॉक हो गई थी। तब से यहां वाहनों की आवाजाही ठप है। उधर, डीएम मयूर दीक्षित ने केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने व तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद करने को लेकर संबधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ की टीम द्वारा अब तक 11 घायल व बीमार श्रद्धालुओं का रेस्क्यू करते हुए उपचार के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया गया। एसडीआरएफ की टीम द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन तत्परता व त्वरित गति से किया जा रहा है।