रौद्र रूप में पहाड़ी की नारी शक्ति..जहां-जहां ठेका दिखा, वहां-वहां अग्निकांड !
Apr 21 2017 11:37AM, Writer:मीत
उत्तराखंड एक बार फिर से उबल रहा है। इस बार शराब के खिलाफ संग्राम खत्म नहीं होने वाला। महिलाओं ने हाथ में हथियार उठा लिए है। इससे शराब माफियाओं में खौफ पैदा हो गया है। जगह जगह महिलाओं के आंदोलन से लग रहा है कि उत्तराखंड में नई क्रांति जन्म ले रही है। उत्तरकाशी में शराब की दुकान पर महिलाओं का गुस्सा इतना बढ़ गया कि उन्होंने शराब की दुकान को आग के हवाले कर दिया। उत्तरकाशी के पीपल मंडी नगुण क्षेत्र में शराब की दुकान शिफ्ट होने पर महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं ने शराब की दुकान में पहुंचकर प्रदर्शन किया और दुकान में आग लगा दी। मौके पर पहुंचे स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मामले को शांत कराया। वहीं देर शाम ठेका मालिक ने पांच महिलाओं सहित सात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। नगर में हाईवे पर लंबे समय से अंग्रेजी शराब की दुकान संचालित हो रही थी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हाइवे से शराब की दुकान दूर खोलने को लेकर शराब व्यवसायी अप्रैल से कोशिशों में जुटे थे। लेकिन इस बीच क्षेत्र में महिलाओं ने शराब की दुकान खोलने को लेकर भारी विरोध जताना शुरू कर दिया। बुधवार को शराब व्यवसायियों ने पीपल मंडी के पास एक पुराने मकान में शराब की दुकान का संचालन शुरू कर दिया था, लेकिन जैसे ही स्थानीय महिलाओं को शराब की दुकान खुलने की भनक लगी तो वे मौके पर पहुंच गई और प्रदर्शन करने लगी। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने शराब की दुकान पर 10 पेटी शराब को नष्ट कर दुकान पर आग लगा दी। घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पालिकाध्यक्ष शूरवीर रांगड़ और तहसीलदार चंदन सिंह राणा ने महिलाओं को समझाया और आश्वासन दिया कि नगर क्षेत्र में शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी। इसके बाद जाकर महिलाएं शांत हुई।
हालांकि इसके बाद उन्होंने पीपल मंडी बाजार में प्रदर्शन करते हुए प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि नगर क्षेत्र में शराब की दुकान खुली, तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। वहीं देर शाम ठेका मालिक रघुनंदन नौटियाल ने धरासू थाने पहुंचकर पांच महिलाओं सहित सात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने दुकान में आग लगाने व शराब नष्ट करने के साथ ही गल्ले में रखी 14 हजार 580 रुपये की नकदी पर भी हाथ साफ किया है। थाना प्रभारी नंदलाल रुड़ी ने बताया कि जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। खैर जो भी हो लेकिन इस बार उत्तराखंड की महिलाओं ने मन ममें प्रण ले लिया है कि किसी भी हाल में देवभूमि में शराब माफिया अपने कदम आगे नहीं बढ़ा सकेंगे। इसलिए अब जगह जगह ऐसे आंदोलन की शुरुआत हो गई है।