गढ़वाल: जाम में फंसी एंबुलेंस, गर्भवती ने सड़क पर दिया बच्चे को जन्म
गर्भवती दर्द से तड़प रही थी, उसकी हालत देख आसपास की महिलाएं मौके पर पहुंची और किसी तरह प्रसव कराया। राहत इस बात की है कि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं।
Jun 14 2022 6:48PM, Writer:कोमल नेगी
सुरक्षित प्रसव हर महिला का अधिकार है, लेकिन पहाड़ के दूरस्थ इलाकों में महिलाएं आज भी खेतों-सड़कों पर बच्चे जनने को मजबूर हैं।
woman gave birth to a child on the road in Purola
उत्तरकाशी के पुरोला में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच सकी, जिस वजह से गर्भवती महिला को अस्पताल के संपर्क मार्ग पर ही बच्चे को जन्म देना पड़ा। गर्भवती दर्द से तड़प रही थी, उसकी हालत देख आसपास की महिलाएं मौके पर पहुंची और किसी तरह प्रसव कराया। राहत इस बात की है कि जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित हैं। घटना पुरोला क्षेत्र की है। यहां मोरी के आराकोट गांव की गर्भवती मीनाक्षी बीते एक माह पहले प्रसव कराने अपने मायके पुरोला गांव आई थी। सोमवार सुबह मीनाक्षी को प्रसव पीड़ा हुई। तब परिजनों ने 108 सेवा को फोन किया। सूचना मिलने पर एंबुलेंस पुरोला गांव के लिए निकली लेकिन कुमोला रोड व मुख्य बाजार में जाम के चलते एंबुलेंस आधा घंटे तक रास्ते में ही फंसी रही।
उधर गर्भवती की हालत बिगड़ती जा रही थी। तब परिजन गर्भवती को लेकर पैदल ही अस्पताल के लिए निकल गए। इस बीच महिला ने पुरोला बाजार में अस्पताल के संपर्क मार्ग पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। मार्ग पर दर्द से कराहती महिला को आसपास की अन्य महिलाओं ने चारों तरफ से कपड़ों से ढककर प्रसव कराया। सूचना मिलते ही सीएचसी पुरोला से नर्सिंग स्टॉफ स्ट्रेचर लेकर प्रसव स्थल पर पहुंचा और जच्चा-बच्चा को सीएचसी ले गए। मामले को लेकर अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि गर्भवती को लेने के लिए एंबुलेंस भेजी गई थी, लेकिन बाजार में जाम होने की वजह से एंबुलेंस पुरोला गांव नहीं पहुंच सकी। गर्भवती की मदद के लिए तत्काल स्टाफ को भेजा गया। सीएचसी लाकर जच्चा-बच्चा की जांच की गई। दोनों स्वस्थ हैं। बता दें कि पुरोला में जाम लगने की समस्या नई नहीं है। यहां कुमोला, मोरी रोड सहित कुमोला तिराहे पर अक्सर जाम लगा रहता है, जिससे व्यापारियों और आम लोगों को परेशानी होती है।