जिस देवभूमि में गंगा जल लेने आए थे कांवड़िए, वहीं फेंका हजारों टन कूड़ा..दुर्गंध से हुआ बुरा हाल
रोड़ीबेलवाला, पंतद्वीप और गंगा किनारे गंदगी फैली है। दुर्गंध से बुरा हाल है। हालात इतने बुरे हैं कि शहर में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा पैदा हो गया है।
Jul 28 2022 7:11PM, Writer:कोमल नेगी
पिछले दिनों चारधाम यात्रा की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर खूब छाई रहीं। इन तस्वीरों में उत्तराखंड के हरे-भरे पहाड़ों में जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे थे। जो श्रद्धालु चारधाम की यात्रा पर आए, वो जाते-जाते अपने पीछे कूड़े के पहाड़ छोड़ गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर चिंता जताई थी।
Kanwariyas left garbage in Haridwar
अब ऐसी ही तस्वीरें हरिद्वार से आई हैं। यहां कांवड़ मेला खत्म होने के बाद जगह-जगह गंदगी का अंबार नजर आ रहा है। धर्मनगरी में पहुंचे करोड़ों कांवड़िए हजारों टन गंदगी छोड़ गए हैं। गंगा घाटों के साथ ही तमाम क्षेत्रों में जगह-जगह कूड़े और प्लास्टिक की पन्नी के ढेर लगे हैं। रोड़ीबेलवाला, पंतद्वीप और गंगा किनारे गंदगी फैली है। दुर्गंध से बुरा हाल है। हालात इतने बुरे हैं कि शहर में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन के मुताबिक इस बार तीन करोड़ से ज्यादा कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे, लेकिन कांवड़ियों की संख्या के हिसाब से शौचालय की सुविधा नहीं थी।
नतीजतन कांवड़िए रोड़ीबेलवाला, उत्तरी हरिद्वार, पंतद्वीप पार्किंग और बैरागी कैंप समेत गंगा किनारे गंदगी कर रहे थे। बुधवार को हरकी पैड़ी और आसपास के घाटों से करीब 500 मीट्रिक टन कूड़ा एकत्र कर उठाया गया। इनमें प्लास्टिक की पन्नी, खाली बोतलें और पुराने कपड़े-चप्पल शामिल थे। शहर से सामान्य दिनों में रोजाना 150 से 200 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है। जबकि स्नान पर्व पर एक दिन में 400 मीट्रिक टन तक कूड़ा निकलता है। अब कांवड़ मेले के बाद जगह-जगह गंदगी फैल गई है। जिसे साफ करने के लिए बड़े स्तर पर सफाई अभियान चल रहा है। गंगा घाटों के बाद बाकी मेला क्षेत्र में सफाई अभियान चलेगा। हर जोन में 60-60 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। डीएम विनय शंकर पांडे ने कहा कि नगर निगम की टीम शहर में साफ-सफाई की स्थिति में सुधार के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है। आगामी एक-दो दिनों में पूरा शहर गंदगी मुक्त हो जाएगा।