image: UKSSSC Paper Leak Hakam Singh Rawat life story

हाकम सिंह रावत: एक कुक..जो बन गया माफिया, अफसरों को बेची कई सौ नाली जमीन

UKSSSC Paper Leak में Hakam Singh Rawat के तार जुड़े हैं। हाकम ने कई बड़े अधिकारियों, कई आईएएस और पीसीएस अधिकारियों को बेची हुई है जमीनें...
Aug 17 2022 8:20PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल

UKSSSC Paper Leak के मामले में Hakam Singh Rawat की गिरफ्तारी के बाद कई राज सामने आ रहे हैं।

Hakam Singh Rawat sold land to IAS, PCS officers

हाकम सिंह ने उत्तराखंड के कई आईएएस, पीसीएस और पुलिस अधिकारियों को हर की दून, मोरी, पुरोला इत्यादि जगहों में कई नाली जमीन बेची हुई है और उसने कईयों को सेब के बगीचे भी बेचे हैं। इन अधिकारियों ने कुछ नाली सरकारी जमीन खरीदने के बाद बाकी जमीनों पर बड़े स्तर पर कब्जा किया हुआ है। कुल मिलाकर हाकम सिंह की पहुंच बहुत ऊंची है और उत्तराखंड के तकरीबन हर बड़े अधिकारी के साथ हाकम सिंह का कनेक्शन हैं। इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि यह पहली बार नहीं है कि हाकम सिंह ने कोई परीक्षा इतने बड़े स्तर पर लीक करवाई हो। इससे पहले भी हाकम सिंह ने कई परीक्षाओं में पैसे लेकर परीक्षार्थियों की भर्ती करवाई है। इसके एवज में उसने उनसे लाखों रुपए लिए हैं और उनकी भर्ती पक्की कराई है। इस बात के कई सबूत भी मिल चुके हैं।

Hakam Singh Rawat life story

2002 में हाकम सिंह ने उत्तरकाशी के एक चर्चित जिलाधिकारी के घर से कुक का काम करना शुरू किया और उसके बाद धीरे-धीरे उसने अपने संपर्क बनाने शुरू किए। इसके बाद ग्राम प्रधान और जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद हाकम सिंह अपना कद बढ़ाता चला गया और उसने एक रिजॉर्ट बनाकर उसमें सरकारी विभागों के अफसरों और सचिवालय के अफसरों को बुलाना शुरू किया और इसके बाद उसने कई परीक्षाओं में धांधली कर और उसके बदले पैसे लेकर मुनाफा कमाना शुरू कर दिया। उसके बाद वह बन गया नकल माफिया। ऐसा माना जा रहा है कि कई बड़े अधिकारियों ने अपने अपने कई रिश्तेदारों और सगे संबन्धियों की नौकरियां हाकम सिंह से ली हैं और इसके बदले में उसको मोटा पैसा दिया है।

UKSSSC Paper Leak case

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अलावा राज्य में पंतनगर तकनीकी विश्वविद्यालय और दूसरी कई परीक्षा एजेंसियों में भी धांधली की शिकायतों के तार हाकम सिंह से ही होकर गुजरते हैं और कहीं ना कहीं हाकम सिंह का कनेक्शन तकरीबन हर जगह है। वर्ष 2020 से 21 में हुए परीक्षा में तकरीबन 80 परसेंट अधिकारियों के रिश्तेदार और बच्चों का सिलेक्शन हुआ। कुल मिलाकर उत्तराखंड में पिछले कई सालों से हो रही भर्तियों के अंदर धांधली होने के आरोप और अधिक पुख्ता होते जा रहे हैं और इससे प्रशासन और सरकार के ऊपर एक बड़ा सवाल खड़ा होता है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने साफ कह दिया है कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा और जो भी यूकेएसएसएससी परीक्षा लीक के मामले में दोषी पाए जाएंगे उनके ऊपर कड़ी कार्यवाही की जाएगी


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