मोदी का ‘उत्तराखंडी शेर’ लेगा सुकमा का इंतकाम...नक्सलियों में हाहाकार !
Apr 30 2017 9:00PM, Writer:Shantanu
सुकमा में शहीद हुए सीआरपीएफ के जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। पीएम मोदी ने हमले के बाद ये बयान दिया था। अब वो बदला लेने के लिए प्लान तैयार कर रहे हैं। खास बात ये है कि इस बार भी उन्होंने अपने एक पहाड़ी योद्धा पर भरोसा किया है। याद करिए उड़ी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद भी सरकार की तरफ से इसी तरह का बयान सामने आया था। और उसका बाद सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए सरकार ने आतंकी हमले का बदला लिया था। उस समय सर्जिकल स्ट्राइक का पूरा प्लान अजीत डोभाल ने तैयार किया था। डोभाल पीएम के सबसे भरोसेमंद अधिकारियों में से एक हैं। सुकमा हमले का बदला लेने के लिए और नक्सलियों की समस्या को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है। इस बार भी हमेशा की तरह मोदी के सबसे भरोसेमंद शख्स के हाथ में नक्सलियों के खात्मे का मिशन दिया गया है।
सुकमा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ के 25 जवानों की शहादत का बदला लेने के लिए एक प्लान तैयार किया जा रहा है। इसकी कमान अजीत डोभाल को दी गई है। बता दें कि सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि जवानों की शहात बेकार नहीं जाएगी। 2 मई को डोभाल करेंगे बैठक नक्सल ऑपरेशन में लगे अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। सूत्रों के हवाले से खबर है कि डोभाल नक्सलियों के खात्मे के लिए किसी बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं। सरकार जल्दबाजी में कोई कदम नहीं उठाना चाहती है। नक्सलियों की समस्या को देखते हुए गृह मंत्रालय में नक्सल मामलों के सलाहकार विजय कुमार ने सुकमा में और डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी ने बीजापुर में डेरा डाल दिया है। बता दें कि एनआईए के डीजी शरद कुमार की खुफिया रिपोर्ट के बाद विजय कुमार को 3 दिन में दूसरी बार छत्तीसगढ़ भेजा गया है।
ये जानकारी भी आपको दे दें कि नक्सलियों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के लिए छत्तीसगढ़ में सड़क निर्माण की सुरक्षा में लगे जवानों को वापस बुला लिया गया है। सड़क निर्माण का काम भी फिलहाल रोक दिया गया है। बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीआरपीएफ को नक्सलियों की समस्या से निपटने के लिए फ्री हैंड देने पर भी चर्चा की है। ऑल आउट रणनीति के तहत 75 दिनों में नक्सल समस्या के समाधान को लेकर काम किया जाएगा। हाल ही में अजित डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि समेत बड़े सुरक्षा अधिकारियों ने नक्सल विरोधी रणनीति को और प्रभावी बनाने को लेकर चर्चा की थी। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि पीएम मोदी अब नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जवानों की शहादत बेकार नहीं जाने देने वाला बयान सही साबित होता दिखाई दे रहा है।