उत्तराखंड: जाते जाते 3 दोस्तों को जिंदगी दे गया 9 साल का चंदन, स्कूल में शोक की लहर
हादसे में 9 साल का मासूम चंदन नहीं बच सका, लेकिन उसने मरने से पहले 3 साथियों की जिंदगी जरूर बचा ली।
Sep 16 2022 1:09PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड का सीमांत जिला चंपावत...यहां बीते दिन बड़ा हादसा हो गया।
School roof broken in Champawat
पाटी तहसील के मौनकांडा राजकीय प्राथमिक विद्यालय में जीर्णशीर्ण शौचालय की छत भरभरा कर गिर गई। हादसे में 9 साल के छात्र की मौत हो गई। जबकि पांच अन्य बच्चे घायल हो गए। हादसे में जान गंवाने वाले बच्चे का नाम चंदन सिंह लडवाल पुत्र गोधन सिंह है। चश्मदीदों ने बताया कि हादसे में 9 साल का मासूम नहीं बच सका, लेकिन उसने मरने से पहले 3 बच्चों की जिंदगी जरूर बचा ली। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चंदन पर छत गिरने के कारण छत के नीचे जगह बन गई थी, जिस कारण उसके नीचे दबे तीन बच्चे चंदन का बड़ा भाई रिंकू, सीमा और शगुन को जगह मिलने से वे बच गए। उन्हें केवल मामूली चोटें ही आईं। घटना बुधवार की है। सुबह मध्यांतर की छुट्टी के दौरान कुछ बच्चे स्कूल परिसर में खेल रहे थे। इस बीच कुछ बच्चे जीर्ण-शीर्ण शौचालय की छत पर चढ़ गए। पुरानी छत भार को सह नहीं सकी और गिर गई।
करीब साढ़े पांच फीट ऊंचाई पर स्थित छत नीचे खड़े तीसरी कक्षा के छात्र चंदन सिंह लडवाल पर गिरी। चंदन ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। अचानक हुए हादसे के बाद स्कूल में अफरातफरी मच गई। उस वक्त स्कूल में 14 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। सभी को तुरंत घर भेज दिया गया। हादसे में हिमांशु चंद्र (11), हसीना (8), रिंकू सिंह (9), सोनी (7) और शगुन (9) घायल हुए हैं। हादसे में जान गंवाने वाला छात्र चंदन स्कूल प्रबंध समिति की अध्यक्ष का बेटा था। उसके पिता गोधन सिंह दिल्ली में काम करते हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे और छात्र चंदन सिंह लडवाल की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने परिजनों को एक सप्ताह के भीतर आपदा राहत से चार लाख रुपये की मदद देने की बात कही है। वहीं डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने सीईओ को हादसे की जांच करने के आदेश दिए हैं।