हल्द्वानी में भी बनेगा देहरादून जैसा खूबसूरत घंटाघर, जानिए इस भव्य प्रोजक्ट की बड़ी बातें
तिकोनिया स्थित पंडित जीबी पंत पार्क में घंटाघर स्थापित किया जाएगा। घंटाघर निर्माण के लिए 1.28 करोड़ का शुरुआती प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।
Nov 17 2022 8:19PM, Writer:कोमल नेगी
देहरादून का जिक्र आते ही ऐतिहासिक घंटाघर की तस्वीर हमारी आंखों के सामने आ जाती है। घंटाघर को देहरादून का दिल कहा जाता है। जब ये दिल धड़कता है तो शहर पूरी रफ्तार से दौड़ता है।
Clock Tower will be built in Haldwani
अब ऐसा ही एक घंटाघर कुमांऊ के मुख्य शहर हल्द्वानी में बनाने की योजना है। तिकोनिया स्थित पंडित जीबी पंत पार्क में पंडित गोविंद बल्लभ पंत की आदमकद मूर्ति के साथ घंटाघर स्थापित किया जाएगा। 22 नवंबर को हल्द्वानी नगर निगम बोर्ड की बैठक होनी है। जिसमें घंटाघर स्थापित करने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा। घंटाघर निर्माण के लिए 1.28 करोड़ का शुरुआती प्रस्ताव बैठक में रखा जाएगा। साथ में बनने वाले पार्क को भी भव्य बनाने की योजना है। 22 नवंबर को प्रस्तावित बैठक का एजेंडा बुधवार को जारी हुआ। इसके अनुसार छह विशेष प्रस्ताव समेत 12 प्रस्ताव बोर्ड में लाए जाएंगे। वित्तीय वर्ष 2022-23 के अनुमानित बजट के अनुमोदन के लिए भी प्रस्ताव बोर्ड बैठक में लाया जाएगा।
इसके अलावा ट्रेड लाइसेंस को बिना विलंब शुल्क जमा कराने की अवधि 31 दिसंबर तक बढ़ाने की योजना है। 4.52 करोड़ की लागत से बनने वाले सिटी फॉरेस्ट के लिए एक करोड़ धनराशि जारी करने का प्रस्ताव भी बोर्ड में आएगा। शीशमहल में 1.70 करोड़ की लागत से जनमिलन केंद्र बनाने व जीआईएस आधारित महायोजना का प्रस्तुतीकरण होगा। नगर निगम हल्द्वानी में कार्यरत केंद्रीय व अकेंद्रीय सेवा के कार्मिकों, पेंशनरों को जीओ के अनुरूप आयुष्मान योजना में शामिल करने पर विचार होगा। एक दिसंबर को कार्यकारिणी समिति का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। आगामी बोर्ड बैठक में नए सदस्यों के चयन को लेकर मंथन भी होगा। बैठक में मुख्य रूप से हल्द्वानी मे बनने वाले भव्य घंटाघर को लेकर चर्चा की जाएगी। चलिए जाते-जाते आपको देहरादून के घंटाघर के बारे में कुछ रोचक बातें बताते हैं। इसे अंग्रेजी शासनकाल में बनाया गया था। एशिया में यह अपनी तरह का पहला ऐसा घंटाघर है, जिसमें छह घड़ियां हैं। घंटाघर आमतौर पर चार घड़ियों वाले ही होते हैं, लेकिन देहरादून का घंटाघर षट्कोणीय आकार का है।