क्या अंकिता को नहीं मिलेगा इंसाफ? क्या मिटा दिए गए सारे सबूत? धरने पर बैठे बेबस मां-पिता
Ankita Bhandari अंकिता के पिता ने कहा कि आरोपियों को बचाने के लिए सारे सबूत मिटा दिए गए, फैक्ट्री में आग लगा दी गई। उन्हें जांच एजेंसी पर भरोसा नहीं है।
Nov 22 2022 4:08PM, Writer:कोमल नेगी
कहते हैं जिंदगी किसी के लिए नहीं रुकती। सितंबर मे जब अंकिता भंडारी हत्याकांड हुआ तो खूब धरना-प्रदर्शन हुआ। आरोपियों के लिए फांसी मांगी गई, थोड़े दिन बाद आवाजें थोड़ी धीमी हो गईं। लोगों की जिंदगी अपनी रफ्तार से चलने लगी, लेकिन उन माता-पिता का क्या जिन्होंने अपनी इकलौती बेटी को खो दिया।
Ankita Bhandari parents demands CBI inquiry
उनकी जिंदगी का सूनापन शायद कभी खत्म नहीं होगा, और अब तो उन्हें इंसाफ की उम्मीद भी नहीं रह गई है। सोमवार को अंकिता भंडारी के परिजन ऋषिकेश में धरने पर बैठ गए। पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि उन्हें एसआईटी की जांच पर भरोसा नहीं है। वो मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने ये भी कहा कि सीबीआई जांच शुरू नहीं होने तक वह संघर्ष करते रहेंगे। सोमवार रात आठ बजे अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी और मां सोनी देवी कोयलघाटी स्थित युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से दिए जा रहे धरनास्थल पर पहुंचे।
इस दौरान परिजनों ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। अंकिता के पिता ने कहा कि घटना के दस दिन बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी उनसे मिले थे। तब उन्होंने कहा था कि केस का ट्रायल फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा, ताकि आरोपियों को जल्द सजा मिले, लेकिन आज तक कुछ नहीं हुआ। जांच एजेंसियां दबाव में काम कर रही हैं, जिससे उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। रविवार रात प्रशासन ने अंकिता की मां को जबरन घरनास्थल से उठा दिया, इस घटना से वह आहत हैं। अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी ने कहा कि घटना के अगले ही दिन घटनास्थल के सबूत नष्ट कर दिए गए थे। फैक्ट्री मे आग लगा दी गई। जब सबूत ही मिटा दिए गए तो आरोपियों को कठोर सजा कहां से मिलेगी। बता दें कि अंकिता भंडारी को इंसाफ दिलाने के लिए युवा न्याय संघर्ष समिति की ओर से 41 दिन से कोयलघाटी में धरना दिया जा रहा है। अंकिता भंडारी के परिजन भी धरनास्थल पर मौजूद हैं और बेटी Ankita Bhandari के लिए इंसाफ मांग रहे हैं।