उत्तराखंड में पहली बार शुरू होने जा रही है एयर एंबुलेंस सर्विस, जानिए इसके फायदे
हेलीकॉप्टर एंबुलेंस पूरे उत्तराखंड के साथ उत्तरप्रदेश के 100 किमी के दायरे में सेवा मुहैया कराएगी। पढ़िए पूरी खबर
Mar 2 2023 7:27PM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
उत्तराखंड आपदा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील प्रदेश है। यहां प्राकृतिक आपदा व अन्य दुर्घटनाओं का होना बेहद आम है।
Air ambulance will start in Uttarakhand
समय पर इलाज न मिलने से कई बार घायलों की जान चली जाती है, उम्मीद है भविष्य में घायलों को समय पर उपचार मिल सकेगा। अप्रैल में प्रदेश की पहली हेली एंबुलेंस सेवा की शुरुआत होने जा रही है। इससे घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा। केंद्र सरकार ने हेली इमरजेंसी मेडिकल सर्विस के तहत पायलट प्रोजेक्ट के लिए ऋषिकेश एम्स को चुना है। केंद्र और प्रदेश सरकार साझा रूप से उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में हेली एंबुलेंस सेवा का संचालन करेगी। 20 सितंबर 2022 को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में विधिवत रूप से एम्स में हेली एंबुलेंस के संचालन की घोषणा की थी। प्रोजेक्ट के तहत अनुबंधित कंपनी एम्स को सिंगल इंजन वाला एक हेलीकॉप्टर मुहैया कराएगी। एम्स प्रशासन हेली एंबुलेंस के संचालन के लिए मेडिकल मानक संचालन प्रकिया (एसओपी) तैयार कर रहा है।
एम्स कर्मचारियों को प्राइमरी ट्रॉमा केयर, ट्रॉमा टीम ट्रेंनिंग, एडवांस ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट, एडवांस ट्रॉमा केयर फॉर नर्सेज आदि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हेली एंबुलेंस पूरे उत्तराखंड के साथ उत्तरप्रदेश के 100 किमी के दायरे में सेवा मुहैया कराएगी। अनुबंधित कंपनी एक महीने में 45 घायलों और मरीजों को निशुल्क हेली एंबुलेंस उपलब्ध कराएगी। हेली एंबुलेंस सेवा से पर्वतीय और दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों के गंभीर घायलों और मरीजों को समय पर उपचार मिल पाएगा। चारधाम यात्री भी इसका फायदा उठा सकेंगे। हेली इमरजेंसी मेडिकल सर्विस के प्रभारी और हेली एंबुलेंस सेवा के नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने हेली एंबुलेंस के संचालन के लिए कंपनी के साथ एक साल का टेंडर किया है। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रोजेक्ट का उद्घाटन कर सकते हैं।