विश्वयुद्ध के लिए तैयार पागल तानाशाह...अमेरिका-जापान को तबाह करने की खाई कसम !
May 23 2017 2:13PM, Writer:मीत
नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के बीच जंग के हालात बने हुए हैं। पता नहीं कब यहां पर विस्फोट होने शुरु हो जाएं। नॉर्थ कोरिया के साथ-साथ अमेरिका भी जंग के लिए तैयार हैं। दोनों ही देशों ने अपने-अपने जंगी बेड़ों को युद्ध के मैदान में तैनात कर रखा है। इस बीच नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका और जापान को तबाह करने के लिए मिसाइलों का जखीरा भी जुटाना तैयार कर दिया है। उत्तर कोरिया का कहना है कि वो मध्यम दूरी तक वार करने वाले बैलिस्टिक मिसाइलों के बड़े स्तर पर निर्माण करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उत्तर कोरिया के मुताबिक ये मिसाइलें जापान तक हमला करने में सक्षम होंगी। इसके साथ ही ये भी दावा किया गया है कि उसकी मिसाइलें अमेरिकी सैन्य ठिकानों को भी तबाह करने की ताकत रखती हैं। अभी रविवार को भी नॉर्थ कोरिया ने एक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था। पिछले सात दिनों के भीतर प्योंगयांग ने दो बार हथियारों का परीक्षण किया गया है।
रविवार को उत्तर कोरिया ने जिस सॉलिड-फ्यूल पुकगुकसॉन्ग-2 मिसाइल का परीक्षण किया। उसने अपने परीक्षण के दौरान करीब पांच सौ किलोमीटर की दूरी तय की। इतना ही नहीं उत्तर कोरिया की इस घातक मिसाइल ने 560 किलोमीटर की ऊंचाई भी तय की। इसके बाद ये मिसाइल प्रशांत महासागर में दाखिल हो गई। सॉलिड-फ्यूल पुकगुकसॉन्ग-2 मिसाइल का पूरा परीक्षण नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन की देखरेख में किया गया। बताया जा रहा है कि तानाशाह इस मिसाइल के परीक्षण से काफी संतुष्ट है। इस मिसाइल के परीक्षण के बाद ही उसने अमेरिका और जापान को तबाह करने की कसम खाई। बताया जा रहा है कि किम जोंग उन ने इस मौके पर एक बार फिर दोहराया कि अगर अमेरिका ने उस पर हमले की गलती की तो उसे इसका करारा जवाब मिलेगा। उनके पास ऐसी मिसाइले भी मौजूद हैं।
जो उत्तर कोरिया से बैठे-बैठे अमेरिका के सैन्य ठिकानों को नेस्तनाबूत करने की क्षमता रखती हैं। किम जोंग उन ने इस मिसाइल के बड़े पैमाने पर निर्माण के आदेश दिए हैं। किम जोंग उन का कहना है कि दुश्मन पर वार करने के लिए ये मिसाइल काफी सटीक है। तानाशाह किम जोंग ने सॉलिड-फ्यूल पुकगुकसॉन्ग-2 मिसाइल को कोरिया की सेना में भी शामिल करने के आदेश दिए हैं। जिस पर अमल शुरु हो गया है। दरअसल, नॉर्थ कोरिया अमेरिकी की तमाम चेतावनी के बाद भी परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहा है। इसी बात को लेकर दोनों देशों के बीच तनातनी चल रही है। अमेरिका लगातार ये बात कहता आया है कि अगर उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु कार्यक्रम और मिसाइल कार्यक्रमों को नहीं रोकता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, उत्तर कोरिया ने अमेरिका के सामने सरेंडर करने की बजाए उसे खुली चुनौती दे दी है। उत्तर कोरिया का कहना है कि ना तो वो अपने परमाणु कार्यक्रमों को रोकेगा और ना ही मिसाइल कार्यक्रमों पर पाबंदी लगाई जाएगी।